इन्वेस्टर्स समिटदेश-विदेशसरकार का फैसला

वर्ल्ड में रोप-वे की बादशाह फ्रांस की पोमा कम्पनी का उत्तराखंड के साथ 2000 करोड़ का करार

देहरादून। वर्ल्ड में केबल कार, रोप-वे और मेट्रो की बादशाह फ्रेंच कंपनी पोमा उत्तराखंड में 2000 करोड़ इन्वेस्ट करेगी। इसके लिए लंदन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में एमओयू हो गया है। सरकार के इस करार से न केवल बाबा केदारनाथ, यमुनोत्री धामी, हेमकुंड साहिब में रोप-वे लगने की उम्मीदें परवान चढ़ेंगी, बल्कि दून, हरिद्वार समेत प्रमुख पर्यटक स्थलों के लिए प्रस्तावित केबल कार और रोप वे योजना भी धरातल पर उतरेंगी।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर यूरोप के सबसे अमीर देश लंदन पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले दिन ही राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योजना का एमओयू कर बड़ी खुशखबरी दी है। जानकारी के अनुसार उत्तराखंड सरकार ने लंदन में आयोजित बैठक में सीएम पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में फ्रेंच के नामी पोमा ग्रुप के साथ 2 हजार करोड़ रुपए का एमओयू किया गया। यह एमओयू उत्तराखण्ड में रोपवे निर्माण की योजनाओं में तकनीकी सहयोग प्रदान करने के लिए हुआ है। गौरतलब है कि पोमा ग्रुप रोप-वे और केबल कार के निर्माण में वर्ल्ड के नामी ग्रुप में शुमार है। पोमा करीब 1936 से दुर्गम पहाड़ी और बर्फीले क्षेत्र में रोप वे निर्माण करती आ रही है। अब उत्तराखंड के साथ करार होने से पोमा ग्रुप से प्रस्तावित बड़ी रोप-वे, केबल कार, पॉड कार, मिनी मेट्रो जैसी योजनाओं को रफ्तार मिलने की उम्मीदें हैं। खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बाबा केदारनाथ धाम, हेमकुंड साहिब को रोप वे से जोड़ने की योजना को भी पंख लग सकते हैं। इसके अलावा उत्तराखंड में पर्यटन, रोप वे ट्रांसपोर्टेशन की योजनाओं को धरातल पर उतारने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पोमा ग्रुप से उत्तराखण्ड में इको फ्रैंडली टूरिज्म रफ्तार मिलेगी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पोमा ग्रुप का उत्तराखण्ड में काम करने का बहुत पुराना अनुभव है। चमेाली जिले के औली रोपवे में पोमा ग्रुप तकनीकी सहयोग प्रदान कर चुका है। इसके अलावा वर्तमान पोमा रोपवे देहरादून-मसूरी रोपवे एवं यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट्स में भी तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पोमा गुप द्वारा हरिद्वार समेत कई अन्य धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों में रोपवे के लिए तकनीकी सहयोग, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए निवेश की इच्छाा जाहिर की गई।

मुख्यमंत्री की लंदन में कई उद्योगिक घरानों से भेंट

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लंदन में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हेतु आयोजित बैठक में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने लंदन के कई प्रमुख उद्योग घरानों से भेंट करते हुए उत्तराखण्ड में निवेश की सम्भावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री धामी ने सभी निवेशकों को आगामी दिसंबर माह में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट हेतु उत्तराखण्ड आने के लिए आमंत्रित भी किया।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश की भौगौलिक परस्थितियों को देखते हुए उत्तराखण्ड में इको फ्रैंडली टूरिज्म के क्षेत्र में निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं।

इकोलॉजी और इकॉनमी टूरिस्ट सरकार की प्राथमिकता

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार का फोकस पर्यटन के साथ-साथ इकोलॉजी और इकॉनमी पर भी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार निवेश के लिए ऐसे रास्तों की तलाश कर रही है जिसमें विकास और पर्यावरण का संतुलन बना रहे। ऐसे में रोपवे जैसे विकल्प उत्तराखण्ड में जहां एक ओर पर्यटकों को सुगमता प्रदान करेंगे वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों की आजीविका के अवसर बढ़ने के साथ ही पर्यावरणीय दृष्टिकोंण से भी यह बेहतर सिद्ध होगा।

सर्विस सेक्टर का बड़ा केंद्र है लंदन

मुख्यमंत्री धामी ने लंदन में निवेशकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि लंदन सर्विस सेक्टर का भी बड़ा केंद्र है इसलिए यहां टूरिज्म, आईटी, हेल्थकेयर के क्षेत्र के बड़े निवेशक कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड एक पर्वतीय राज्य होने के कारण यहां की यहां की कृषि जलवायु भी अन्य राज्यों से भिन्न है। आज के दौर में यूरोप से लेकर सभी देशों के ऑर्गेनेक उत्पादों की विशेष मांग हैं। उन्होंने कहा कि समिट के जरिए उत्तराखण्ड के उत्पादों को विदेशों में और प्रभावी रुप से पंहुचाया जा सकेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि दुनियाभर से निवेशक उत्तराखण्ड का रुख करें, ताकि यहां की औद्योगिक गतिविधियों को और रफ्तार मिल सके।

फार्मा एवं मेडिकल टैक्नोलॉजी की सम्भावनाएं

ब्रिटेन इनोवेशन एव टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक ग्लोबल सेंटर के रूप में स्थापित है। स्किल्ड मैनपावर लंटन की उपलब्धता इस क्षेत्र को गति प्रदान करती है। उत्तराखण्ड भी इनोवेशन एव टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत में अपनी एक पहचान बनाने में सफल रहा है। हेल्थ केयर एवं लाईफ साईन्सेस के क्षेत्र में ब्रिटेन अग्रणी हैं। ब्रिटेन द्वारा बायोटेक, फार्मास्यूटिकल्स एवं मेडिकल टैक्नोलॉजी में निवेश को वरीयता दी जाती है। उत्तराखण्ड भी भारत के फार्मा हब के रूप में प्रतिष्ठित है। राज्य में 3 फार्मा क्लस्टर हैं, जिनमें 300 से अधिक उद्योग कार्य कर रहे हैं।

लंदन और मैनचेस्टर बड़े उदाहरण

रियल स्टेट बाजार आवासीय विकास से लेकर वाणिज्यिक अवस्थापना तक विविध अवसर प्रदान करता है। लंदन एवं मैनचेस्टर जैसे शहर इसके बेहतर उदाहरण हैं। उत्तराखण्ड में भी इसकी अपार सम्भावनायें हैं। हम राज्य में दो नये शहर बसाने की संकल्पना पर कार्य कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि ब्रिटेन समेत अन्य देशों के ग्लोबल इन्वेस्टर्स उत्तराखण्ड में भी निवेश करें ताकि प्रदेश में औद्यौगिक विकास की गति बढ़ सके। प्रदेश में निवेश बढ़ने से अर्थव्यवस्था मजबूत होने के साथ ही रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। इस अवसर पर सचिव मुख्यमंत्री डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम, विनय शंकर, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा समेत डेलीगेशन के अन्य सदस्य एवं इन्वेस्टर्स मौजूद रहे।

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