दून पुलिस ने कर दिया शातिर अमरीक गैंग का सफाया, एसएसपी की रणनीति से जेल गया पूरा गैंग
देहरादून। राजधानी के एसएसपी अजय सिंह की सटीक रणनीति ने देशभर में अरबों की जमीन फर्जीवाड़ा करने वाले अमरीक गैंग का सफाया कर दिया है। यह सफलता दून पुलिस ने कई राज्यों की हाईटेक पुलिस को पछाड़ते हुए हासिल की है। अब दून पुलिस आरोपियों की सम्पति कुर्क करने समेत अन्य कानूनी कार्रवाई में जुट गई है।इससे गैंग में पुलिस की कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।
एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक राजपुर पुलिस ने आज बाबा अमरीक गैंग का अंतिम और मुख्य सदस्य 10 हजार का ईनामी अभियुक्त संजीव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा अभियुक्त की गिरफ्तारी व संपत्ति की कुर्की के लिए 03 दिनों से दून पुलिस ने हरियाणा में डेरा डाला था। पुलिस की मौजूदगी की भनक लगते ही गिरफ्तारी से बचने के लिए अभियुक्त अपने घर से फरार हो गया था। पुलिस द्वारा अभियुक्त के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी गई। नतीजन दून पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त संजीव कुमार निवासी 588 दुर्गा गार्डन जगाधरी शहर, हाल पता अमर विहार कॉलोनी, जगाधरी शहर, जनपद यमुनानगर, हरियाणा, उम्र 45 वर्ष को मोहंड के पास से गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही दून पुलिस ने बाबा अमरीक गैंग का सफाया कर दिया है। गौरतलब है कि बाबा अमरीक गैंग द्वारा कई राज्यों में जमीनों की अरबों रुपये की धोखाधडी की गई। अभियुक्तों के विरूद्ध उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा पंजाब में भूमि धोखाधडी व अन्य अपराधों के डेढ दर्जन से अधिक अभियोग पजीकृत हैं। गैंग के मुख्य सरगना बाबा अमरीक सहित 07 सदस्यो को दून पुलिस द्वारा पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
एसएसपी के निर्देश पर हुई बड़ी कार्रवाई
थाना राजपुर के थानाध्यक्ष पीडी भट्ट ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा सभी थाना प्रभारियों को धोखाधड़ी के अपराधों में लिप्त अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिसके क्रम में थाना राजपुर में पंजीकृत मु0अ0सं0- 76/24 धारा 420/406/467/ 468/471/120(इ) आईपीसी बनाम संजीव कुमार, संजय गुप्ता आदि जिसमें अभियुक्तों द्वारा वादी गोविंद सिंह पुंडीर को भूमि विक्रय करने के एवज में धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपए हड़प लिए गए थे तथा अभियोग पंजीकृत होने के बाद से ही अभियुक्तगण लगातार फरार चल रहा थे। अभियोग में पुलिस द्वारा प्रभावी कार्यवाही करते हुए पूर्व में दिनांक: 14-07-24 को गिरोह के सदस्य मौ0 अदनान पुत्र स्व0 मौ0 गुफरान को सहारनपुर, दिनांक: 19-07-24 को अमजद अली पुत्र यूनुस अली, शरद गर्ग पुत्र संजीव गर्ग, साहिल पुत्र संजय कुमार को उत्तर प्रदेश व हरियाणा से तथा अभियुक्त रणवीर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उक्त अभियोग पुलिस द्वारा गिरोह का सरगना बाबा अमरीक को दिनांक 20/09/24 को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने इनके खिलाफ पहले कर दी कार्रवाई
अभियोग में वांछित 02 अन्य अभियुक्तों संजीव कुमार तथा संजय गुप्ता के विरुद्ध पूर्व में मा0 न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त कर गिरफ्तारी के प्रयास किए गए परंतु अभियुक्तगण के लगातार फरार रहने पर पुलिस द्वारा अभियुक्तों के विरुद्ध 82 सीआरपीसी की कार्यवाही हेतु न्यायालय से आदेश प्राप्त करते हुऐ दिनाँक 28/07/24 को उनके यमुनानगर हरियाणा स्थित घर पर नोटिस तामीली की कार्रवाई की गई, किंतु उपरोक्त दोनों अभियुक्त लगातार फरार चल रहे थे। जिन पर एसएसपी देहरादून द्वारा 10 हज़ार का ईनाम घोषित किया गया था, फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु प्रयासरत पुलिस टीम द्वारा दिनांक 23/09/24 को सुरागरसी पतारसी करते हुए मुखबिर की सूचना पर कचहरी परिसर देहरादून से अभियुक्त संजय गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था। उपरोक्त गैंग के आखिरी व मुख्य सदस्य संजीव कुमार की संपत्ति की कुर्की व उसकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम तीन दिन पूर्व उसके आवास हरियाणा पहुंची थी, कुर्की की भनक लगने पर व गिरफ्तारी से बचने के लिए अभियुक्त संजीव कुमार अपने घर से फरार हो गया, जिसे संबंध में सुरागरसी -पतारसी करते हुए पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर दिनांक 30/09/29 को अभियुक्त संजीव कुमार को मोहंड के पास से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताई ये कहानी
पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि उसके द्वारा अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर लोगों को जमीन दिलाने के एवज में उनके साथ धोखाधडी की जाती है, अभियुक्तों द्वारा लोगों को सस्ते दामों में जमीन बेचने का लालच देकर अपने पास बुलाया जाता है तथा लोगों का विश्वास जीतने के लिये बाबा अमरीक की मदद से जमीन की मिट्टी को उठाकर उसे सूंघते हुए लोगों को उक्त जमीन उनके लिये उपयुक्त होने का विश्वास दिलाया जाता है तथा उनसे उक्त जमीन के एवज में मोटी धनराशि लेने के बाद तरह-तरह के बहाने बनाकर जमीन की रजिस्ट्री करने के लिये बार-बार समय लिया जाता है तथा मौका देखकर सभी अभियुक्त वहां से फरार हो जाते हैं और नये ग्राहक की तलाश करने लगते हैं। अभियुक्तों द्वारा अब तक विभिन्न राज्यों में कई लोगों से अरबो रू0 की धोखाधडी की गई है, जिसके सम्बन्ध में उनके विरूद्ध अलग-अलग राज्यों में धोखाधडी के डेढ दर्जन से अधिक अभियोग पंजीकृत हैं।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
पुलिस टीम में थानाध्यक्ष उप निरीक्षक पीडी भट्ट, थानाध्यक्ष राजपुर, उप निरीक्षक संदीप कुमार चौकी प्रभारी कुथलगेट, उ0नि0 प्रवेश रावत, अ०उ०नि० सर्वेश कुमार, हे0 का0 किरण sog, कां० विशाल, का० अमित भट्ट आदि शामिल थे।