उत्तराखंड में डेंगू के वार से निपटने को आगे आये ये आईएएस अफसर, एक ने किया रक्तदान तो दूसरे ने लिया रक्तदान शिविर का निर्णय

देहरादून। उत्तराखंड में कुछ अफसर सरकारी कर्तव्य और जिम्मेदारी से इतर अपनी कुशल कार्यशैली से अलग नजर आते हैं। इनमें एमडीडीए के उपाध्यक्ष आईएएस बंशीधर तिवारी का नाम हमेशा टॉप पर रहता है। डेंगू महामारी को देखते हुए तिवारी ने न केवल स्वयं बल्कि दूसरों से भी जरूरतमंद के लिए रक्तदान कराने को शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसी तरह आज स्वास्थ्य विभाग में सचिव पद की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे आईएएस आर राजेश कुमार ने डेंगू पीड़ितों के लिए खुद रक्तदान कर दूसरों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित किया है। इन दोनों अफसरों के इस निर्णय की हर कोई तारीफ कर रहा है।
राजधानी देहरादून में डेंगू का डंक बढ़ता जा रहा है। सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की भीड़ जुटी है। ऐसे में प्लेटलेट्स घटने से मरीजों को खून की आवश्यकता पड़ रही है। लेकिन शहर के ब्लड बैंक में खून की आपूर्ति की कमी बनी हुई है। हर दूसरा और तीसरा डेंगू पीड़ित मरीज के परिजन खून के लिए भटक रहे हैं। ऐसे में आज सोमवार को पहले राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव आर राजेश कुमार ने स्वयं रक्तदान किया और अन्य लोगों से अपील की कि डेंगू पीड़ितों की जान बचाने को रक्तदान करें। सचिव की इस अपील और रक्तदान के निर्णय पर कई लोग आगे आये हैं। इसी क्रम में आज देहरादून मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने भी इस पहल को आगे बढ़ाते हुए कल एमडीडीए में रक्तदान शिविर का आयोजन करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं, इसके मध्य नजर एमडीडीए कल दोपहर 3:00 बजे से रक्तदान का विशेष शिविर लगाएगा। आईएएस बंशीधर तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया की एमडीडीए सामाजिक कार्यों और आमजन के हित के लिए गंभीर है। लिहाजा रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने आम लोगों से भी अपील की कि यदि कोई रक्तदान का इच्छुक है तो वह एमडीडीए के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित दफ्तर में आकर रक्तदान कर सकता है। कहा कि रक्तदान करने से किसी को नई जिंदगी मिल सकती है। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है।