पेपर लीक मामले में एक और नकल सेंटर संचालक गिरफ्तार, 35 से ज्यादा नकलची रडार पर
देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ ने आयोग का पेपर लीक कराने और राज्य में विभिन्न परीक्षाओं में नकल कराने वाले एक और गैंग के सरगना को गिरफ्तार किया है। आरोपी उत्तरप्रदेश के कुछ लोगों के साथ मिलकर कुमाऊं क्षेत्र में ऑनलाइन सेंटरों से आयोग की परीक्षाओं के पेपर लीक कराता था। आरोपी ने पूछताछ में 35 से ज्यादा अभ्यर्थियों को नकल कराने की बात स्वीकार की है। इधर, पेपर लीक मामले में गढ़वाल और कुमाऊं में दो नकल माफियाओं के मास्टरमाइंड समेत एसटीएफ अब तक 27 गिरफ्तारी कर चुकी है। जबकि अभी भी जिम्मेदार अफसर और कई सफेदपोश जांच से बचते फिर रहे हैं।
उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में नित नया खुलासा हो रहा है। एसटीएफ ने सबसे पहले गढ़वाल से हाकम सिंह रावत और कुमाऊं से चंदन सिंह मनराल को गिरफ्तार किया है। दोनों ने पेपर लीक में मास्टमाइंड की भूमिका निभाई है। जबकि गत दिवस एसटीएफ ने आरआईएमएस कंपनी लखनऊ का मालिक राजेश चौहान को एसटीएफ उत्तराखंड ने पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से सौदा करने के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार किया था। राजेश को अभी तक सबसे बड़ा मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इधर, आज एसटीएफ द्वारा परीक्षा लीक मामले में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के नकल माफिया के एक और गठजोड़ का पर्दाफाश किया है। इसके साथ ही नकल के नए सेंटर का भी खुलासा हुआ है। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आज वीपीडीओ परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में उत्तर प्रदेश के चंदौली निवासी शशिकांत हाल निवासी हल्द्वानी को गहन पूछताछ और पुख्ता साक्ष्यो पर गिरफ्तार किया है। एसटीएफ टीम द्वारा नैनीताल के डिंगता रिजॉर्ट धनाचूली बैंड में नकल कराए गए 35 छात्रों को पूछताछ के बाद चिन्हित किया है।अभियुक्त के अपने खुद के 04 ऑनलाइन परीक्षा केंद्र हल्द्वानी, अल्मोड़ा, चम्पावत,पिथौरागढ़ में खोले हुए हैं। परीक्षा केंद्रों में अब तक जानकारी के अनुसार 40 से अधिक परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की गई हैं। उत्तरप्रदेश के नकल माफिया शशिकांत पर उत्तराखंड में वर्ष 2013 में सीटीईटी परीक्षा में नकल कराने पर हल्द्वानी में भी है मुकदमा दर्ज है। जल्द इस गैंग के दूसरे लोग भी सलाखों के भीतर होंगे।