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यमुनोत्री रूट पर गेट और बैरियर सिस्टम से सुचारू चल रही यात्रा, गंगोत्री में संकरे मार्ग से दबाव

-यात्रियों के रहने, खाने की उचित व्यवस्था वाले स्थानों पर रोके जा रहे वाहन
-डामटा से खरादी के बीच निश्चित समय अंतराल छोड़े जा रहे तीर्थयात्री
-पालीगाड़ से जानकीचट्टी के बीच गेट सिस्टम से मिली बड़ी राहत
-यमुनोत्री पैदल मार्ग पर अब सुगम और सुव्यवस्थित चल रही आवाजाही
-गंगोत्री मार्ग पर गंगनानी, सुक्की बैंड और हर्षिल से पहले संकरे मार्ग पर वाहनों का दबाव
– यात्रियों की सहायता के लिए अफ़सरों के साथ पुलिस, एसडीआरएफ, होमगार्ड की टीम वाहनों की सुचारू आवाजाही में जुटी

उत्तरकाशी। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में पहले तीन दिनों के जुटी श्रद्धालुओं की भीड़ ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इससे सड़क से लेकर धामों तक तीर्थयात्रियों दबाव दिख रहा है। यमुनोत्री मार्ग पर गेट और बैरियर सिस्टम से आवाजाही सुचारू हो गई है। जबकि गंगोत्री मार्ग पर संकरी सड़क वाले क्षेत्रों पर वाहनों का दबाव रहा। हालांकि पुलिस, एसडीआरएफ की टीम ने दिनभर वाहनों की आवाजाही को सुचारू बनाने में जुटी रही। वाहनों के बढ़ते दबाव के देखते हुए गंगोत्री से वाहनों के वापस पहॅुचने तक गंगोत्री जाने वाले यात्री वाहनों को आज जिला मुख्यालय उत्तरकाशी तथा अन्य सुविधाजनक स्थानों पर रोकते हुए नियंकत्रित तरीके से अगले गंतव्य के लिए रवाना करवाया गया। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने अधिकारियों को वाहनों के होल्डिंग एरिया वाहनों के अत्यधिक दबाव से प्रभावित में भेजकर जरूरतमंद यात्रियों के लिए पानी एवं भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। ऐसे स्थानों पर मेडीकल टीम भी तैनात रखने की व्यवस्था की गई है।

कपाटोद्घाटन के दिन 10 मई को यमुनोत्री में रिकार्ड संख्या में 12193 श्रद्धालु जुटे और आज फिर एक दिन में सर्वाधिक 13148 यात्रियों के धाम में पहॅॅुंचने का नया रिकार्ड बना है। इससे पहले यमुनोत्री धाम में एक दिन में सर्वाधिक 12045 यात्रियों पिछले साल 28 मई को पहॅुचे थे। इसी प्रकार गंगोत्री धाम में गत दिन 18973 श्रद्धालु पहॅुचे, यह भी एक दिन में धाम में पहॅुंचने वाले श्रद्धालुओं की की अब तक सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले गंगोत्री धाम में वर्ष 29 मई को एक दिन में सर्वाधिक 13670 यात्रियों के पहॅूंचने का रिकार्ड था। आज गंगोत्री में 10265 श्रद्धालु पहॅुचे। यमुनोत्री धाम में सोमवार को तीर्थयात्रियों की सुचारू आवाजाही रही। यहां डामटा से लेकर यमुनोत्री पैदल मार्ग पर पर्याप्त पुलिस फोर्स, एसडीआरएफ और राजस्व टीम से तीर्थयात्रियों को रोक-रोक कर आगे भेजा। खासकर डामटा, नौगांव, खरादी के आसपास बाजार वाले स्थानों पर तीर्थयात्रियों को रोका गया। जबकि पाली गाड़ और जानकीचट्टी के बीच गेट सिस्टम से वाहन छोड़े गए। वहीं यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भी भीड़ के अनुसार गेट सिस्टम से सुचारू आवाजाही रही। यहां जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम तक 6 किमी में एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड की तैनाती हर कैंची मोड़ और संकरे रास्ते में की गई। इससे पैदल चल रहे तीर्थयात्री, घोड़ा-खच्चर, डंडी कंडी वालों को व्यवस्थित आवाजाही कराई गई।

मेडिकल जांच के बाद जा रहे तीर्थयात्री

जानकीचट्टी में तीर्थयात्रियों का चेकअप करने के बाद यमुनोत्री धाम भेजे गए और पैदल रास्ते में भी चिकित्सा सहायकता व ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई गई है। इधर, यमुनोत्री धाम से दर्शन कर लौटे तीर्थयात्रियों के वाहनों का दबाव गंगोत्री धाम में संकरी सड़कों पर रहा। यहां गंगनानी, सुक्की बैंड, झाला से हर्षिल के बीच का क्षेत्र वाहनों के दबाव से अत्यधिक प्रभावित रहा। इन स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स, एसडीआरएफ और राजस्व टीम के साथ ही जिला स्तरीय अधिकारियों को भी भेजा गया है। गंगोत्री से लौटने वाले तीर्थयात्रियों और जाने वालों को रुक-रुक कर आवाजाही कराई जा रही है। देर शाम तक स्थिति काफी नियंत्रित रही।

दोनों धामों में पहुंच रहे रिकॉर्ड तीर्थयात्री: डीएम

जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि दोनों धाम में रिकॉर्ड तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। इससे कुछ जगह वाहनों का दवाव बढ़ रहा है। अब वन-वे और गेट सिस्टम से स्थिति नियंत्रण में हैं। यमुनोत्री धाम में आज सुचारु आवाजाही रही। जबकि गंगोत्री धाम में सड़क कुछ स्थानों पर वाहनों का दबाव अधिक होने से आवाजाही धीमी रही है। उन्होंने कहा कि वाहनों की आवाजाही को निर्बाध व सुचारू बनाने के लिए गंगोत्री से आने वाले वाहनों को प्राथमिकता से जिला मुख्यालय तक पहॅुचाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन यमुनोत्री क्षेत्र और ऋषिकेश से एक साथ आए वाहनों की तादात अधिक होने व प्रभावित क्षेत्र की सड़क संकरी होने के कारण इस प्रक्रिया में कुछ समय लग रहा है। गंगोत्री से आने वाले वाहनों की निकासी होते ही भटवाड़ी, मनेरी, नेताला, उत्तरकाशी सहित अन्य निचले इलाकों में रोके गए वाहनों को गंगोत्री के लिए नियंत्रित रूप से रवाना करवाया जाएगा।

डीएम ने ली अफसरों की महत्वपूर्ण बैठक

जिलाधिकारी ने इसी सिलसिले में आज पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी तथा जिला के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर वाहनों के दबाव से निपटने और यात्रियों की सुविधाओं को लेकर की जा रही कार्रवाई की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ही सभी उप जिलाधिकारियों को वाहनों के दबाव से प्रभावित क्षेत्रों में तैनात रहकर यात्रियों की सहायता करने व वाहनों की व्यवस्थित निकासी कराने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर यात्रियों के लिए पानी, जलपान व भोजन भी उपलब्ध कराते रहें और इन इलाकों में मेडीकल टीमों को भी तैनात रखा जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जय किशन, अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास, आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल के अलावा उप जिलाधिकारियों एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।

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