देहरादून। प्रेमनगर के केहरी गांव के पास कोठी में काम करने वाले युवक को जरूरी दस्तावेज और रुपये से भरा पर्स मिला। युवक ने अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए अपने कोठी मालिक की मदद से पर्स को खोने वाले छात्र तक पहुंचाकर ईमानदारी की मिसाल कायम की है।
प्रेमनगर क्षेत्र में उत्तरांचल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हापुड़ उत्तरप्रदेश के मयंक प्रधान का पर्स गत रात्रि को कहीं खो गया था। मयंक पहले से ही घर में घटी घटना से परेशान था। इस बीच पर्स खोने से वह और ज्यादा परेशान हो गया। काफी खोजबीन पर पर्स नहीं मिला तो और परेशान हो गया। इस बीच सुबह केहरी गांव में एक कोठी में काम करने वाले चमोली के युवक मुकेश बिष्ट को यह पर्स सड़क पर पड़ा मिला। मुकेश ने पर्स उठाया और सीधे कोठी मालिक के पास गए। मुकेश ने पर्स मालिक को सौंपा और खोने वाले तक पहुंचाने की मदद मांगी। इस पर मुकेश के मालिक ने पर्स में रखे आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज से जानकारी सोशल मीडिया में साझा की। कुछ देर बाद उत्तरांचल यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक युवक ने पर्स वाले युवक को पहचान लिया। इसके वाद युवक को मुकेश ने अपने कोठी मालिक के यहां युवक को बुलाया और पर्स लौटा दिया। मुकेश की इस ईमानदारी पर मकान मालिक भी खुश हुए और तारीफ की। जबकि पर्स खोने वाले युवक ने मुकेश का आभार जताते हुए धन्यवाद दी। कहा कि आज के युग में ऐसी ईमानदारी कम ही है। बहरहाल युवक मयंक प्रधान को उसका पर्स, पर्स में रखे रुपये, जरूरी दस्तावेज मिलने पर उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।