उत्तराखंड की शांत वादियां बनी अपराधियों की शरण स्थली, बिगड़ती कानून व्यवस्था से सीएम नाराज, इनको दी अंतिम चेतावनी
देहरादून। उत्तराखंड में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खासे नाराज हैं। वारदात पर वारदात से अपराधियों ने राज्य की शांत वादियों को अपनी शरण स्थली बना दिया है। अभी तक घटी हत्या, डकैती, लूट और पुलिस पर दिन दहाड़े फायरिंग के मामले में कोई कार्रवाई न होने पर मुख्यमंत्री ने पुलिस को तीन दिन की मोहलत दी है। कहा कि तीन दिन के भीतर सभी अपराधियों को सलाखों के भीतर न पहुंचाया तो जिम्मेदार अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ऊधमसिंहनगर में 12 घण्टे में दो हत्याएं
उत्तराखंड में पिछले कुछ समय से अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। गंगा भोगपुर में अंकिता हत्याकांड जैसे दुःसाहस की घटना को लोग भूल भी नहीं पाए कि एक के बाद एक अपराधों ने राज्य में सनसनी फैला दी। चोरी, लूट और दुष्कर्म की कई घटनाओं के बीच बीते सप्ताह ऊधमसिंहनगर में किसान के घर गोलीबारी से वारदात की शुरुआत हुई। यहां दूसरे राज्य से गुपचुप आई पुलिस की फायरिंग से महिला की हत्या हो गई। इस वारदात को 12 घण्टे भी नहीं हुए कि ऊधमसिंह नगर के काशीपुर में खनन कारोबारी को दिनदहाड़े बदमाशों ने गोली से भून कर हत्या कर डाली। इन घटनाओं से उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड पुलिस आमने सामने आने से खूब चर्चा का विषय बनी। अभी भी दोनों राज्य के बीच इन घटनाओं को लेकर बयानबाजी चल रही है।उधमसिंहनगर मुख्यमंत्री का गृह जनपद है। ऐसे में मुख्यमंत्री धामी ने पुलिस को पूरे मामले की तह तक जांच कर जल्द खुलासे के निर्देश दिए।
मंत्री के घर दिनदहाड़े डकैती
ऊधमसिंहनगर हत्या कांड में उलझी पुलिस को बदमाशों ने फिर चुनौती देते हुए डोईवाला में दिनदहाड़े शहरी विकास मंत्री के रिश्तेदार के यहां डकैती की घटना को अंजाम दिया। यहां बदमाशों ने लाखों रुपये के जेवरात और नगदी ले उड़े। इस घटना ने राजधानी को हिला कर रख दिया। देहरादून से लेकर हरिद्वार पुलिस घटना के खुलासे को नाकेबंदी करती रही और बदमाश फरार होने में सफल रहे। इस घटना ने आम लोगों के बीच राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करने को बल दे दिया। अब लोग कहते फिर रहे हैं कि रात को तो छोड़िए दिन में भी हम सुरक्षित नहीं है। इस वारदात का खुलासा करना भी पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।
हरिद्वार में पुलिस कर्मियों पर फायर
ऊधमसिंहनगर और राजधानी देहरादून की वारदात के खुलासे करने में जुटे पुलिस को बदमाशों ने गत दिवस हरिद्वार में दिनदहाड़े फिर चुनौती दे डाली। यहां बदमाशों ने लक्सर में दो पुलिस कर्मियों पर दिनदहाड़े फायरिंग कर दी। इसमें दोनों पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस वारदात ने पुलिस को भी हिलाकर रख दिया। जानकारी के अनुसार गुरुवार को व्यापारी सुनील कुमार घर में डकैती डालने छह नकाबपोश बदमाश आये थे। लेकिन बदमाश डकैती डालने में नाकाम रहे। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने सुनील के घर में दो पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगा दी। रविवार को तीन बदमाश दो बाइक पर सवार होकर फिर आ गए। जहां पहले से सीसीटीवी से मॉनिटरिंग कर रहे सिपाही पंचम सिंह ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिशें की। लेकिन बदमाशों ने पंचम और एक अन्य राजेन्द्र पर फायर झोंक दी। इससे दोनों सिपाही लहूलुहान होकर गिर पड़े। बदमाशों ने जाते जाते दहशत के लिए चार हवाई फायर कर फरार होने में सफल रहे। अब पुलिस बदमाशों की धरपकड़ को दबिश दे रही है।
बदमाशों को नहीं पुलिस का डर
उत्तराखंड में एक के बाद एक वारदात ने आम लोगों को दहशत में डाल दिया है। इससे कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ती दिख रही है। जानकरों का कहना है कि पुलिस का डर होता तो शायद ऐसी वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाश सौ बार सोचते। लेकिन बदमाशों ने पुलिस को सीधी चुनौती दे डाली। यही कारण है कि अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी स्पष्ट अल्टीमेटम दिया कि तीन दिन में बदमाशों की धरपकड़ करो अन्यथा नपेने को तैयार रहें। सीएम के अल्टीमेटम पर डीजीपी अशोक कुमार ने भी सम्बंधित थानेदारों और पुलिस उपाधीक्षकों को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।