मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने के दिए निर्देश

देहरादून। मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए। सरकार के लिए एक-एक व्यक्ति की जान अमूल्य-मुख्यमंत्री। 130 से अधिक लोगों का रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया मुख्यमंत्री ने धराली हर्षिल आपदा प्रभावित क्षेत्र में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी शैक्षणिक सहित अन्य संस्थान बंद करने के निर्देश दिए। प्रभावितों के भोजन,रहने व दवाइयां की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश
अपने आंध्र प्रदेश दौरे को बीच में ही तत्काल निरस्त करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार शाम को सीधे देहरादून आईटी पार्क स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर उत्तरकाशी जनपद के हर्षिल क्षेत्र के धराली गांव में बादल फटने की घटना से प्रभावित क्षेत्र में चल रहे हैं रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के लिए एक-एक व्यक्ति की जान अमूल्य है। सचिव गृह शैलेश बगौली को रेस्क्यू अभियान की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी उत्तरकाशी सहित सम्बंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए हैं। मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एवं अन्य संबंधित टीमों को प्रभावी समन्वय के साथ राहत कार्यों को तत्परता के साथ सम्पादित करने को कहा है। मुख्यमंत्री जी ने संबंधित सभी वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया तथा स्थिति की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिक्षा विभाग तथा जिलाधिकारी को प्रभावित क्षेत्र में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी शैक्षणिक तथा अन्य संस्थान बंद करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रभावित लोगों से संपर्क बनाए रखने के लिए जल्द से जल्द नेटवर्क व्यवस्था को बहाल करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने धराली एवं हर्षिल क्षेत्र में आपदा प्रभावितों को तत्काल रेस्क्यू के बाद होटल, होमस्टे आदि में रहने की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था के साथ ही पर्याप्त मात्रा में ओढ़ने तथा बिछाने के लिए रजाई, गद्दे तथा कंबल व कपड़ों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। बुधवार से खाने के पैकेट एयरड्राप किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जो लोग बेघर हो गए हैं उनके रहने के लिए अच्छी वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। यदि होटल आदि अधिग्रहित करना पड़े तो उसको तुरंत कर लिया जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आपदा से प्रभावित लोगों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े इसका विशेष ध्यान रखा जाए। तत्काल आसपास के क्षेत्र में स्थित होटल तथा स्कूलों में राहत शिविरों की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर किसी ने अपना परिवार खोया है तो सरकार उसके साथ खड़ी है। सरकार ऐसे सभी लोगों की संरक्षक है और उनके जीवन यापन का पूरा जिम्मा सरकार का है।
बैठक में उपाध्यक्ष, राज्य सलाहकार समिति, आपदा प्रबंधन विभाग विनय कुमार रुहेला, प्रभारी मुख्य सचिव आरके सुधांशु, डीजीपी दीपम सेठ, सचिव शैलेश बगौली, पंकज पांडेय, युगल किशोर पंत, कमिश्नर गढ़वाल विनय शंकर पांडेय, एडीजी एपी अंशुमान, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी, आईजी फायर मुख्तार मोहसिन, आईजी लॉ एंड ऑर्डर श्री निलेश आनंद भरणे, अपर सचिव आनंद स्वरूप, एसीईओ डीआईजी राजकुमार नेगी, जेसीईओ मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी आदि मौजूद थे।
राहत और बचाव कार्यों को गति देने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती
मुख्यमंत्री जी ने उत्तरकाशी में जिलाधिकारी के रूप में सेवा दे चुके अपर सचिव डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट, अभिषेक रुहेला तथा गौरव कुमार को नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय को शासन स्तर से धराली आपदा हेतु नोडल अधिकारी नामित करने की निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने यूपीसीएल के एमडी से बात कर मंगलवार रात को ही बिजली आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए हैं।
विभिन्न एजेंसियों ने 130 लोगों का किया रेस्क्यू
देहरादून। एसडीआरएफ, आइटीबीपी तथा अन्य राहत एजेंसियों ने मिलकर लगभग 130 से अधिक लोगों का रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। उन्होंने संचार व्यवस्था को भी मंगलवार रात्रि ही बहाल करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि पीडब्ल्यूडी/जल संस्थान/ऊर्जा आदि विभाग के अधिकारी वहीं डटे रहें, डॉक्टर्स और दवाई की व्यवस्था की जाए, दुखद घटना में हताहत हुए लोगों के शवों के पोस्टमार्टम आदि की व्यवस्था वहीं मौके पर की जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि बुधवार सुबह ही विभिन्न विभागों के सचिवों की टीम भी धराली हर्षिल के लिए रवाना हो जाएगी।
नेताला में मार्ग खुला, बचाव दल आगे रवाना
नेताला में अवरुद्ध मार्ग को रात्रि करीब आठ बजे खोल लिया गया है। मार्ग खुलते ही यहां फंसे जिलाधिकारी उत्तरकाशी और एसपी के साथ ही अन्य राहत और बचाव दल मौके के लिए रवाना हो गए हैं। खाद्य विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग की एक टीम बनाकर भी घटनास्थल के लिए रवाना की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की दो टीमें भी ग्राउंड जीरो पर कैंप करेंगी। विभिन्न अस्पतालों में 50 आईसीयू बेड तथा डेढ़ सौ सामान्य बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। हर्षिल में हेलीपैड के पास मलबे के कारण बनी झील से भविष्य में कोई खतरा न हो इसके लिए माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेना के अधिकारियों से बात कर जल्द झील से पानी की निकासी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
खतरे वाले स्थानों से लोगों को हटाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किसी भी खतरे की आशंका के मद्देनजर नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राज्य तथा जनपद आपातकालीन परिचालन केंद्र को 24*7 एलर्ट मोड पर रहने तथा राहत और बचाव कार्यों की पल-पल की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मौसम के एलर्ट को देखते हुए यथाशीघ्र सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा है। ऐसे हादसों के बाद लोगों में भय का माहौल रहता है, इसलिए लोगों को मनोवैज्ञानिक परामर्श भी प्रदान किया जाए।