अगस्त्य इंटरनेशनल फाउंडेशन की कार्यशाला में शिक्षकों ने सीखे विज्ञान शिक्षण के रोचक कौशल

उत्तरकाशी। अगस्त्य इंटरनेशनल फाउंडेशन व यू-कॉस्ट उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के तत्वावधान में दिनांक 12 और 13 अक्टूबर को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, उत्तरकाशी में दो दिवसीय विज्ञान शिक्षण कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी भटवाड़ी हर्षा रावत, जिला समन्वयक विनोद घिल्डियाल, डॉ. राजेश जोशी, तथा देहरादून से आए अगस्त्य फाउंडेशन के एरिया लीड दयाशंकर और मास्टर ट्रेनर अशोक जीनाटा द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यशाला में शिक्षकों को विज्ञान शिक्षण की रोचक विधियों और नवीन प्रयोगों की जानकारी दी गई। लगभग 40 शिक्षकों ने इसमें प्रतिभाग किया और सीखा कि छोटे-छोटे प्रयोगों और लो-कॉस्ट मॉडल के माध्यम से विज्ञान शिक्षण को कैसे अधिक मनोरंजक और प्रभावी बनाया जा सकता है।
शिक्षकों ने प्रकाश, संतुलन, दाब और रासायनिक प्रतिक्रियाओं से संबंधित प्रयोगों में सक्रिय रूप से भाग लिया। गतिविधियों के दौरान शिक्षकों का उत्साह और नवाचार के प्रति जिज्ञासा देखने योग्य रही। कार्यशाला के दूसरे दिन जिला शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र अमोली ने भी शिक्षकों के साथ कुछ रोचक प्रयोगों और गतिविधियों में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि “विज्ञान को दैनिक जीवन से जोड़कर शिक्षण को सरल और उपयोगी बनाया जा सकता है।”
कार्यशाला के समापन अवसर पर शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए और फीडबैक प्रस्तुत किया। समापन सत्र में जिला शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र अमोली ने शिक्षकों से संवाद कर उन्हें आगे भी नवाचार आधारित शिक्षण अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार, दो दिवसीय यह कार्यशाला शिक्षकों के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक सिद्ध हुई, जिसने शिक्षण पद्धतियों में नवीनता और उत्साह का संचार किया।