राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर देहरादून में भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता पर विचार गोष्ठी

देहरादून। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिला सूचना कार्यालय, देहरादून में “बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता का संरक्षण” विषय पर एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार वी.डी. शर्मा ने की, जबकि संचालन अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी रविंद्र सिंह नेगी ने किया।
अपने संबोधन में वरिष्ठ पत्रकार वी.डी. शर्मा ने कहा कि भ्रामक समाचार आज पत्रकारिता के समक्ष एक बड़ा संकट बन चुके हैं, लेकिन समाधान भी पत्रकार समाज को ही खोजना होगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल माध्यमों के तेज़ विस्तार के साथ फेक न्यूज़, आधी-अधूरी जानकारियाँ और दुष्प्रचार में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है, जिससे समाज में भ्रम फैल रहा है और प्रेस की विश्वसनीयता प्रभावित हो रही है। उन्होंने पत्रकारों से आग्रह किया कि किसी भी समाचार को प्रकाशित/प्रसारित करने से पहले तथ्य-जाँच और स्रोतों की पुष्टि अनिवार्य रूप से करें।वरिष्ठ पत्रकार घनश्याम चन्द्र जोशी ने भारतीय प्रेस परिषद के इतिहास और भूमिका पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि एआई और सोशल मीडिया के दौर में भ्रामक सूचनाएँ बड़ी चुनौती हैं और ऐसे माहौल में सत्यापन के साथ खबर देना ही पत्रकार का दायित्व है। गोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार अशोक शर्मा, अनिल मित्तल, आलोक शर्मा, सुभाष कुमार, अर्जुन भण्डारी, विनित गुप्ता, बसंत पंत, नवीन जोशी, जगमोहन मौर्य, हरप्रीत, प्रशांत चौधरी सहित कई पत्रकारों ने विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी रवेन्द्र सिंह, वरिष्ठ पत्रकारों के साथ-साथ जसंवत सिंह, संगीता बुटोला, पिटर जोन, अंजली, इन्द्रेश कोठारी, पंकज आर्य, मुकुल, रितेश आदि अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
