सुरंग में फंसे श्रमिकों को खाना, दवा उपलब्ध कराने को डाली गई नई पाइपलाइन
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ सिलक्यारा सुरंग में बचाव कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान सुरंग में फंसे श्रमिकों के परिजनों से मुलाकात कर उनको हिम्मत बनाये रखने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों की जान बचाना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए सभी विकल्पों पर बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
सिलक्यारा बैंड पर सुरंग में फंसे झारखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों के श्रमिकों के परिजन अपनों को मुसीबत से निकालने की राह देख रहे हैं। आज मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जब बचाव कार्य का जायजा ले रहे थे, तो उनकी नजर परिजनों पर पड़ी। इस पर मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री और अफसरों के साथ श्रमिकों के परिजनों के बीच पहुंचे और सरकार द्वारा चलाये जा रहे बचाव कार्य की जानकारी परिजनों से स्वयं साझा की। मुख्यमंत्री ने परिजनों से कहा कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने में बचाव कार्य तेजी से और सुरंग के चारों तरफ से चल रहा है। उन्होंने परिजनों को भरोसा दिया कि एक एक मजदूर की जान बचाना सरकार की प्राथमिकता है। कहा कि श्रमिकों तक पर्याप्त राशन, दवा आदि उपयोगी वस्तु भेजने को एक और पाइप डाल दिया है। शाम तक करीब 50 मीटर तक पाइप अंदर चला गया है। यह कार्य अभी जारी है। रात तक पाइप सुरक्षित पहुंचने पर पर्याप्त मात्रा में खाना और अन्य वस्तु फंसे हुए लोगों तक पहुंचाई जाएगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने परिजनों के मानसिक तनाव एवं चिंता को देखते हुए मौके पर विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक तैनात करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। ताकि चिंतित परिजनों और सुरंग में फंसे श्रमिकों की काउंसलिंग कर उनको तनाव मुक्त किया जा सके। मुख्यमंत्री ने परिजनों से कहा कि राज्य और भारत सरकार उनके साथ खड़ी है। बचाव कार्य में दुनिया की सभी अति आधुनिक तकनीकी अपनाई जा रही है। ऐसे में उम्मीद है कि जल्द फंसे हुए श्रमिकों को सुरक्षित बचा लिया जाएगा।