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पुलिस ने परिजनों को सौंपा ऋषिकेश में बरामद गुमशुदा इंजीनियर, जौलीग्रांट में किया भर्ती

-6 दिन बाद शनिवार को ऋषिकेश में बरामद हुआ इंजीनियर अमित चौहान

-पुलिस ने मेडिकल कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द किया, बेहतर इलाज को भर्ती

-पुलिस का दावा, पूरे मामले की विधिक जांच रहेगी जारी, स्वस्थ होने पर पूछताछ

देहरादून। राष्ट्रीय राजमार्ग खंड देहरादून के लापता इंजीनियर को पुलिस ने ऋषिकेश में बरामद करने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। इंजीनियर की मानसिक स्थिति ठीक न होने पर परिजनों ने बेहतर इलाज को जौलीग्रांट हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया है। इधर, एसपी उत्तरकाशी अपर्ण यदुवंशी ने बताया कि गुमशुदा की विधिक जांच जारी है। स्वस्थ होने के बाद पूरे मामले में पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही असली कहानी सामने आएगी। उधर, लोनिवि चिन्यालीसौड़ और एनएच देहरादून के इंजीनियरों से भी इस मामले में पुलिस पूछताछ कर सकती है। खासकर ट्रांसफर के बाद सरकारी दस्तावेजों के जमा न करने तथा स्टोर आदि को लेकर बड़े अफसरों पर जिम्मेदारी तय हो सकती है।

उत्तरकाशी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक दिनांक 14 मई को सुमन कॉलोनी चम्बा टिहरी गढवाल निवासी राजेन्द्र सिंह चौहान द्वारा कोतवाली उत्तरकाशी पर अपने पुत्र अमित चौहान (अवर अभियंता ) के 12 मई की सायं को राजाजी होटल डुण्डा उत्तरकाशी जाने व वापस घर न लौटने के सम्बन्ध में एक लिखित तहरीर दी गयी थी। जिस पर पुलिस द्वारा गुमशुदगी दर्ज की गयी थी। पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी द्वारा गुमशुदा की तलाश हेतु पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी प्रशान्त कुमार के निकट पर्यवेक्षण मे एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन कर प्रभावी कार्यवाही कर गुमशुदा की तलाश और बरामदगी के निर्देश दिये गये। टीम द्वारा गहन जांच पडताल, सीसीटीवी फुटेज, कई चेकपोस्ट पर वाहनों की चैकिंग, पूछताछ व गुमशुदा की तलाश हेतु सोशल मीडिया, प्रिन्ट मीडिया पर विज्ञापन जारी किये गये। कल पुलिस टीम व गुमशुदा के परिजन तलाशी में जुटे हुये थे। इसी दौरान गुमशुदा अमित की ऋषिकेश जानकी सेतु के पास मिलने की सूचना मिली। पुलिस टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर गुमशुदा को कब्जे में लिया गया। गुमशुदा की स्वास्थ्य स्थिति सही न होने पर पुलिस द्वारा उन्हें परिजनों की मौजूदगी में उपचार हेतु एसपीएस राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश ले जाया गया। मेडिकल जाँच के उपरान्त परिजनों के आग्रह पर गुमशुदा अमित को बेहतर स्वास्थ्य लाभ हेतु परिजनों के सुपुर्द किया गया। परिजनों द्वारा उक्त व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ हेतु हिमालय अस्पताल जौलीग्रान्ट में एडमिट किया गया है। पुलिस की गुमशुदगी में अग्रिम विधिक कार्यवाही जारी है। गुमशुदा के स्वस्थ होने पर पुलिस पूछताछ करेगी। इसके बाद ही गुमशुदा होने की असली कहानी सामने आएगी। उधर, इंजीनियर अमित चौहान का पूर्व विभाग लोनिवि निर्माण खंड चिन्यालीसौड़ और वर्तमान विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग खंड देहरादून की भूमिका भी सवालों में है। यदि इंजीनियर का लोनिवि चिन्यालीसौड़ से ट्रांसफर हो गया था तो स्टोर और ठेकेदारों का भुगतान क्यों नहीं हुआ। इसके अलावा यदि विभागीय अधिशासी अभियंता को यह जानकारी थी तो इस मामले के निस्तारण को लेकर क्या पहल की गई। इसके अलावा इंजीनियर के देहरादून से ठेकेदार द्वारा जबरन यदि उत्तरकाशी लाया गया तो इंजीनियर सुबह होटल स्व निकलने के बाद डुंडा से ऋषिकेश तक करीब आधा दर्जन पुलिस चौकी या फिर अपने चंबा स्थित घर क्यों नही गया। इस सवालों का उत्तर भी इंजीनियर के ठीक होने पर मिलेगा। बहरहाल इंजीनियर की सकुशल बरामदगी से परिजनों के साथ ही पुलिस और ठेकेदार के परिजनों ने राहत की सांस ली है। अब पुलिस और विभागीय जांच में क्या सच सामने आएगा, इसे लेकर इंतजार करना पड़ेगा।

 

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