उत्तराखंड में पुल की एप्रोच रोड ध्वस्त होने पर एनएच के दो इंजीनियरों पर गिरी गाज, पहले भी एक्सईएन समेत तीन हुए थे सस्पेंड

देहरादून। उत्तराखंड का थानों भोपालपानी पुल एनएच के लिए पनौती साबित हो रहा है। पुल की एप्रोच रोड पर पहले दरारें और फिर भरभराकर ध्वस्त होने से इंजीनियरों की नौकरी पर बात आन पड़ी है। पुल की खराब गुणवत्ता के चलते त्रिवेंद्र रावत सरकार ने एक्सईएन समेत तीन इंजीनियर सस्पेंड किए थे। इस मामले का अभी पटाक्षेप भी नहीं हुआ कि एप्रोच रोड फिर ध्वस्त हो गई। इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने प्रथम दृष्टया एक्सईएन और एई पर कार्रवाई कर दोनों को अटैच कर दिया है। अभी मामले की जांच जारी है। ऐसे में जिम्मेदारों पर बड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है।
गौरतलब है कि गत दिनों देहरादून-थानो संपर्क मार्ग पर भोपालपानी पुल की एप्रोच रोड ढह गई थी। आनन-फानन में पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और आवाजाही बंद कराई।इससे पहले देहरादून-थानो संपर्क मार्ग पर भोपालपानी पुल धंसाव को लेकर उठे विवाद के बीच मुख्य अभियंता (राष्ट्रीय राजमार्ग) ने जांच पूरी करने के साथ ही रिपोर्ट प्रमुख अभियंता को सौंप दी थी। मामले को मुख्यमंत्री धामी ने भी गंभीरता से लिया था। आज इस मामले में लापरवाही पर शासन ने बड़ा एक्शन लेते हुए एनएच के अधिशासी अभियंता जितेंद्र कुमार त्रिपाठी और सहायक अभियंता मनोज कुमार राठौर पर कार्रवाई करते हुए मुख्यालय अटैच कर दिया है। इससे पहले भी इस पुल की दीवारें ढहने पर अधिशासी अभियंता समेत तीन इंजीनियर सस्पेंड हुए थे। उस दौरान तत्कालीन एक्सईएन को डिमोशन कर एई बना दिया था।