उत्तराखंडचिंताजनकस्वास्थ्य

उत्तराखंड में डेंगू महामारी से निपटने में अफसरों की नाकामी पर मुख्यमंत्री ने स्वयं संभाला मोर्चा, शहर में फॉगिंग और नियंत्रण को सौंपी जिम्मेदारी

देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में डेंगू का डंक लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे रोकने में जिम्मेदार स्वास्थ्य, नगर निगम और जिला प्रशासन पूरी तरह फेल नजर आ रहे हैं। यही कारण है कि पहले स्वास्थ्य मंत्री की फटकार और अब मुख्यमंत्री की चिंता ने अफसरों की नाकामी जगजाहिर कर दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज डेंगू से बिगड़ते हालात पर स्वयं मॉनिटरिंग करते हुए अपने सचिव एवं गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय को डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण की जिम्मेदारी सौंपी है। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से अब सम्बंधित अफसरों में हड़कंप मचा है।

राजधानी में डेंगू से कई लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई अस्पतालों में जीवन मौत से जूझ रहे हैं। अस्पतालों में ब्लड, बेड एवं सही इलाज नहीं मिल रहा है। इसे लेकर आये दिन पीड़ित लोग चर्चाएं कर रहे हैं। बावजूद इसके सुधार कम ही नज़र आ रहा है। स्वयं स्वास्थ्य सचिव कई बार दून अस्पताल, कोरोनेशन अस्पताल का निरीक्षण कर जरूरी निर्देश दे चुके हैं। ब्लड बैंक, बेड एवं इलाज को रेट भी तय किये गए हैं। लेकिन अस्पताल संचालक इसका पालन कम ही कर रहे हैं। यही कारण है कि स्थिति गंभीर होने पर मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया है। आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सचिव मुख्यमंत्री और गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय को निर्देश दिये कि शीघ्र सचिव स्वास्थ्य एवं नगर निगम के अधिकारियों साथ बैठक कर डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि फॉगिंग की समुचित व्यवस्थाएं की जाए। अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाए। स्वच्छता का विषेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिये हैं कि जिन क्षेत्रों में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे क्षेत्रों में लगातार सतर्कता अभियान चलाया जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button