उत्तराखंड में अफीम की अवैध खेती करने पर 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा, जनिए कहां होती खेती

देहरादून। उत्तराखंड में अफीम की अवैध खेती करने की तस्वीर सामने आयी है। यहां उत्तरकाशी जिले के दुर्गम इलाकों में खेती कर रहे 12 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इस दौरान बड़ी मात्रा में अफीम की खेती को नष्ट किया है। पुलिस ने इसकी रिपोर्ट नारकोटिक्स विभाग को भेज दी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार धरासू और मोरी क्षेत्रान्तर्गत पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा आज 0.271 हेक्टेयर (14 नाली) जमीन पर अफीम का विनष्टीकरण किया गया। पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी अपर्ण यदुवंशी ने कहा कि वह नशे के अवैध प्रचलन को लेकर लगातार सख्त है, युवा पीढी को नशे के चंगुल से बचाने के लिये भरसक प्रयास कर रहे है। नशा मुक्ति देवभूमि 2025 के अन्तर्गत उत्तरकाशी पुलिस द्वारा जनपद में अवैध नशे के खिलाफ जारी अभियान के क्रम में पुलिस की सूचना पर श्री प्रशान्त कुमार पुलिस उपाधीक्षक धरासू / मोरी के नेतृत्व में पुलिस / प्रशासन / आबकारी की संयुक्त टीम गठित कर गत गुरुवार को थाना धरासू क्षेत्रान्तर्गत बणगांव हरेला गाड के पास भण्डारा का सेरा नामक तोक ( जगह) में 0.051 हेक्टेयर (ढाई नाली) जमीन पर पैदा की गयी अफीम / डोडा पोस्त की खेती का विनष्टीकरण किया गया। अवैध रूप से खेती करने वाले बणगांव निवासी 03 लोगों के विरूद्ध थाना धरासू में FIR 42/2023 धारा 8/18 /29 NDPS Act पंजीकृत किया गया है तथा अग्रिम विधिक कार्यवाही जारी है। इसके अतिरिक्त पुलिस की सूचना पर श्री मोहन सिह कठैत, थानाध्यक्ष मोरी एवं श्री जबर सिह असवाल, नायब तहसीलदार मोरी के नेतृत्व में पुलिस / प्रशासन की संयुक्त टीम गठित कर गत गुरुवार को थाना मोरी क्षेत्रान्तर्गत ढामटी थुनारा गाँव में अवैध रूप से करीब 0.220 हेक्टेयर (11 नाली) भूमि पर की जा रही अफीम की खेती को नष्ट किया गया तथा सम्बन्धित भूमि के 09 खाता धारको के विरूद्ध थाना मोरी पर NDPS Act के अन्तर्गत मु0अ0स0 08 / 2023 धारा 8/18 NDPS Act पंजीकृत किया गया।