देहरादून। राजधानी में पुलिस मुख्यालय के बगल में दिन दहाड़े करोड़ों की डकैती ने पुलिस की मुस्तैदी पर एक नहीं कई सवाल खड़े कर दिए हैं। डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश दो बाइक और कार से शहर के करीब दर्जनभर थाना, चौकी और बैरियर से गुजरे। लेकिन वारदात स्थल से लेकर वाहन छोड़ने वाले स्थान करीब 35 किमी तक कहीं भी पकड़ में नहीं आये। इस पर सवाल उठने लाजमी है। पुलिस के अनुसार बदमाशों ने डकैती में प्रयोग की गई बाइकें और कार सहसपुर में छोड़ी थी। इसके बाद बदमाश पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आगे गए हैं। लेकिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट से बदमाश कहां और किस वाहन से गए हैं, यह पहली फिलहाल अनसुलझी है। इधर, एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि पुलिस को बदमाशों की काफी जानकारी मिल गई है, वारदात खोलने में कुछ समय जरूर लगेगा, लेकिन पुलिस गैंग का पर्दाफाश करेगी।
राजधानी के राजपुर वीवीआइपी इलाके में देश के नामी रिलायंस गोल्ड शो रूम में डकैती की वारदात ने कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। भरे बाजार में पिस्तौल की नोंक पर डकैती की वारदात कर बदमाश करीब 500 मीटर दूर धारा चौकी, खुदबुड़ा चौकी, बिंदाल चौकी, कैंट थाने के बल्लूपुर चौक, पण्डितवाड़ी चौकी, प्रेमनगर थाना, झाझरा पुलिस चौकी होते हुए सहसपुर थाना क्षेत्र में पहुंचे। यहां बदमाशों ने डकैती में उपयोग की गई गुड़गांव से चोरी अपाचे कम्पनी की दो बाइकें और आर्टिगा कार ट्रेचिंग ग्राउंड के पास छोड़ दी। इन वाहनों की पहचान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि वारदात के बाद जब पुलिस ने कंट्रोल रूम से या फिर दूसरे माध्यम से डकैती का संदेश प्रसारित किया तो क्यों नहीं 35 किमी लम्बे क्षेत्र में मौजूद थाना-चौकी की पुलिस मुस्तैद दिखी। यदि पुलिस मुस्तैद थी तो कैसे बदमाश आसानी से उनकी चेकिंग से निकल गए। यही नहीं बदमाशों ने जब अपनी बाइकें और कार सहसपुर में छोड़ दी तो इसके बाद सेलाकुई, विकासनगर आदि क्षेत्रों में भी चेकिंग हुई होगी। लेकिन बदमाश आसानी से निकलने में सफल रहे। अब भले ही पुलिस वारदात का देर सबेर खुलासा तो कर लेगी, लेकिन वारदात का दाग धूल जाएगा, यह कहना मुश्किल है। बहरहाल जिस दुःसाहस से बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया है, वह शांत राज्य के लिए चिंताजनक जरूर है।
….तो पुलिस की चेकिंग से वाहन छोड़ भागे बदमाश
पुलिस के अनुसार घटना की सूचना उपरांत शहरभर में चेकिंग होने पर बदमाश सहसपुर एरिया में बाइक छोड़ भाग गए। बदमाश पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाने की बात प्रकाश में आई है। साथ ही पुलिस की चेकपोस्ट पर मौजूदगी देखकर बदमाश कार भी छोड़ गए। तलाशी में गाड़ी के अंदर से विभिन्न प्रांतों की तीन नंबर प्लेट भी बरामद हुई है। जानकारी करने पर दोनो बाइक गुड़गांव से चोरी होना पाया गया जो दो माह पूर्व हुई थी। कार भी चोरी की प्रतीत हो रही। क्योंकि उसका इंजन और चेसिस नंबर घिस दिया गया जिससे पता न चल सके।
महीनों की प्लानिंग से वारदात को दिया अंजाम
अब तक के साक्ष्यों से पूरी घटना महीनो की प्लानिंग के तहत की गई है, जिस प्रकार चोरी के वाहनों का अरेंजमेंट दो माह पूर्व किया गया। अभी तक रिलायंस स्टोर की पूर्व की आधा दर्जन घटनाओं से एक गैंग प्रकाश में आया है जो महीनो पहले प्लानिंग करता है फिर घटना को अंजाम देता है। एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि विभिन्न टीम को अलग अलग टास्क दिया गया है, वक्त लग सकता पर गैंग का पर्दाफाश होना तय।