आस्था: वृद्ध माता को कांवड़ में बिठाकर चारधाम करा रहे श्रवण रूपी बेटे

-उत्तरप्रदेश निवासी युवकों ने वृद्ध माता को चारधाम दर्शन कराने का लिया संकल्प
-यमुनोत्री मार्ग के जानकीचट्टी पहुंचे तो तीर्थयात्रियों ने की बेटों की तारीफ
-हिमाचल प्रदेश के सोलन से पैदल यात्रा पर निकलें हैं श्रवण रूपी बेटे
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के चारधाम में प्रथम यमुनोत्री धाम दर्शन करने को इस बार रिकॉर्ड तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। लग्जरी गाड़ी और हेलीकॉप्टर से आने वालों के अलावा यहां दो श्रवण रूपी बेटे ऐसे भी हैं, जो अपनी बुजुर्ग माता को कांवड़ में बिठाकर यमुना जी के दर्शन को लाये हैं। यमुनोत्री के बाद वह अपनी माता को तीन धाम की यात्रा कराएंगे। इसके बाद अयोध्या में रामलला के दर्शन को भी ले जाएंगे।
मूल रूप से उत्तरप्रदेश के रहने वाले तेजपाल और धीरज हिमाचल प्रदेश के बद्दी में जूस का ठेला चलाते हैं। उनके साथ बुजुर्ग माता राजेश्वरी भी रहती है। माता की चारधाम की इच्छा पर वह श्रवण रूप धारण कर कांवड़ में अपनी माता को बिठाकर यात्रा पर निकले हैं। यहां यमुनोत्री धाम पहुंचने पर लोगों ने उनकी जमकर तारीफ की। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया में वॉयरल हुआ है। वीडियो में तीर्थयात्री दोनों बेटों को श्रवण का रूप बता कर जमकर तारीफ कर रहे हैं। इस दौरान तेजपाल और धीरज ने बताया कि बद्दी से माता को कांवड़ में बिठाकर वह करीब 370 किमी पैदल दूरी नाप चुके हैं। यमुनोत्री दर्शन के बाद वह अपनी माता को गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन कराएंगे। चारधाम से वापसी के बाद वह अयोध्या श्री राम दर्शन को जाएंगे। बहरहाल , चारधाम यात्रा में जहां कुछ लोग लग्जरी गाड़ी, हेलीकॉप्टर जैसी सुविधाओं से दर्शन को आ रहे हैं, वहीं श्रवण रूपी बेटों के जज्बे की हर कोई तारीफ कर रहे हैं।