उत्तराखंड सचिवालय तक पहुंची आयोग के पेपर लीक की आंच, निजी सचिव गिरफ्तार
देहरादून। उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी पेपर लीक की आंच सचिवालय तक पहुंच गई है। आज एसटीएफ ने पेपर लीक मामले में लोक निर्माण विभाग एवं वन विभाग में कार्यरत एक अपर निजी सचिव को गिरफ्तार कर लिया है। जल्द कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इधर, जल्द एक चर्चित जिला पंचायत सदस्य समेत कुछ अन्य संदिग्धों से भी एसटीएफ पूछताछ कर सकती है। इसके बाद मामले में बड़े खुलासे की उम्मीद लगाई जा रही है।
उत्तराखंड में आयोग की स्नातक परीक्षा के पेपर लीक मामले में नकल माफियाओं के खिलाफ लगातार एसटीएफ की कार्रवाई चल रही है। एसटीएफ अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी हैं। अभी कई लोग रडार पर चल रहे हैं। उत्तराखंड एसटीएफ प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि पेपर लीक मामले की जांच की आंच प्रिंटिंग प्रेस लखनऊ से आयोग होते हुए सचिवालय पहुंची। एसटीएफ ने आज साय: उत्तराखंड सचिवालय के लोक निर्माण एवं वन विभाग में कार्यरत अपर निजी सचिव गौरव चौहान को बयान के लिए कार्यालय बुलाया गया। पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तो व अन्य छात्रों से गहन पूछताछ के आधार पर और पुख्ता साक्ष्यों में मनोज जोशी(कोर्ट कर्मचारी) और अभियुक्त तुषार चौहान से परीक्षा प्रश्न पत्र लीक के संबंध में जानकारी की गई। अभियुक्त द्वारा दो अभियार्थी से 15 15 लाख में हुआ था सौदा तय,जिसमे 24 लाख अभियुक्त द्वारा अभियार्थी के माध्यम से एग्जाम के रिजल्ट बाद प्राप्त किए गए थे,शेष का भुगतान अन्य को परीक्षा से पूर्व किया गया था। पूछताछ और उपलब्ध साक्ष्य व इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर उपरोक्त गिरफ्तारी की गई है। एसटीएफ ने अपील की कि जिन अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा में अनुचित साधन का प्रयोग किया है वो खुद कार्यालय आकर अपने बयान शीघ्र दर्ज कराए,अभी तक कई छात्रों द्वारा अपनी गलती स्वीकार की गई है। एसटीएफ उत्तराखंड को ऐसे अभियार्थी जो अनुचित साधनों से क्वालीफाई किया गया है के संबंध में जानकारी मिल रही है,भविष्य में उनकी गिरफ्तारी संभव है।