उत्तराखंड में डीजीपी के नाम से ठगे 10 लाख, जमीन फर्जीवाड़े के मुकदमे में राहत का दिया था भरोसा
देहरादून। उत्तराखंड में नकल माफियाओं के बाद जमीन फर्जीवाड़े का भी बड़ा खेल चल रहा है। ऐसे ही एक मामला प्रेमनगर पुलिस के संज्ञान में आया है। पुलिस के अनुसार जमीन फर्जीवाड़े के एक मुकदमे में राहत दिलाने के लिए एक व्यक्ति ने डीजीपी उत्तराखंड के नाम से 10 लाख वसूल लिए। मामले में जब गिरफ्तारी हुई तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। मामला डीजीपी तक पहुंचा तो पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक आज दिनांक 06 फरवरी, 2023 को विकासनगर के दो अधिवक्ता सतीश कुमार, संजय कटारिया पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से उनके कार्यालय में मिले और शिकायती पत्र दिया। जिसमें इनके द्वारा बताया गया कि दौलत कुंवर नाम के व्यक्ति द्वारा डीजी साहब के नाम से पुलिस को डोनेशन देने के नाम पर हमसे 10 लाख रूपए हड़प लिए हैं।
जुलाई 2021 में दर्ज हुआ था मुकदमा
जुलाई, 2021 में प्रेमनगर थाने में जमीन सम्बन्धी फर्जीवाड़े के एक मुकदमे में मदद करने के नाम पर उपरोक्त दौलत कुंवर ने हमसे पैसे लिए थे। जबकि उक्त मुकदमे में पैरवी के दौरान सह अभियुक्त सुशील आर्य की 09 अक्टूबर, 2022 को गिरफ्तारी पर हमें अपने साथ हुई ठगी का पता चला। हमारे द्वारा पैसे वापस मांगने पर दौलत कुंवर हमें जल्द पैसे वापस करने का झूठा आश्वासन देता रहा, परंतु आज तक पैसे वापस नहीं करे। (उल्लेखनीय है कि उपरोक्त मुकदमे में आरोप पत्र पूर्व में ही 09-11-22 को माननीय न्यायालय में प्रेषित किया जा चुका है)।
डीजीपी ने एसएसपी को दिए कड़े निर्देश
उपरोक्त शिकायत का संज्ञान लेते हुए डीजीपी अशोक कुमार, पुलिस को आरोपी दौलत कुवंर के विरूद्ध तुरंत अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्यवाही करने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून को निर्देशित किया गया है। आप सभी से अपील है कि किसी भी ऐसे बहकावे में न आए, ऐसे झूठे लोगों के जाल में बिल्कुल न फंसे। आपके आस-पास यदि कोई व्यक्ति ऐसा कर रहा है, तो तुरंत इसकी जानकारी मेरे संज्ञान में लाएं।