उत्तराखण्ड पुलिस की बड़ी कार्रवाई, नकल माफिया हाकम सिंह साथी समेत फिर गिरफ़्तार

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सख्त नकल विरोधी नीति के तहत उत्तराखण्ड पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को धोखा देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना हाकम सिंह एवं उसके सहयोगी पंकज गौड़ को गिरफ्तार किया है।
अभियुक्तों द्वारा उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा में पास कराने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से 12 से 15 लाख रुपए तक की मांग की जा रही थी।योजना यह थी कि यदि अभ्यर्थी का स्वतः चयन हो जाता तो पूरी राशि आरोपी स्वयं हड़प लेते और यदि अभ्यर्थी असफल रहता तो अगली परीक्षा में पैसे एडजस्ट करने का बहाना बनाकर उन्हें अपने जाल में फँसाए रखते।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना
21 सितम्बर 2025 को आयोजित होने वाली स्नातक स्तरीय परीक्षा को लेकर पुलिस एवं एसटीएफ पहले से ही सतर्क थी। दो दिन पूर्व पुलिस को गोपनीय सूचना मिली कि कुछ लोग अभ्यर्थियों को प्रलोभन देकर धनराशि वसूल रहे हैं। जांच में सामने आया कि उत्तरकाशी निवासी पंकज गौड़ नाम का अभ्यर्थी हाकम सिंह के संपर्क में है और वह अन्य अभ्यर्थियों से भी संपर्क कर रहा है।
गिरफ्तार आरोपी
- हाकम सिंह पुत्र केदार सिंह, निवासी ग्राम लिवाड़ी, थाना मोरी, जनपद उत्तरकाशी (उम्र 42 वर्ष)
- पंकज गौड़ पुत्र केशवानंद गौड़, निवासी ग्राम कंडारी, ब्लॉक नौगांव, थाना बड़कोट, जनपद उत्तरकाशी (उम्र 32 वर्ष)
दर्ज मुकदमा
दोनों के खिलाफ उत्तराखण्ड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम एवं उपाय) अध्यादेश 2023 के अंतर्गत कोतवाली पटेल नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है।
परीक्षा की सुचिता सुरक्षित
पुलिस की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि इस गिरोह के कारण परीक्षा की सुचिता व गोपनीयता भंग होने की कोई आशंका नहीं है। यह पूरा मामला केवल अभ्यर्थियों को गुमराह कर उनसे धन ऐंठने का षड्यंत्र था।