चारधाम यात्री बोले देवभूमि की पुलिस सच में “देवदूत”, ठगी की रकम लौटाने के साथ दिलाया “हर्जाना”
देहरादून। हरिद्वार पुलिस ने चारधाम यात्रियों के साथ हुई ठगी का खुलासा कर देशभर में वाहवाही लूटी है। पुलिस ने एक पोर्टल की खबर का संज्ञान लेने पर तीर्थयात्रियों को ठगने वाले नटवरलाल को एफआईआर मिलने से पहले की हिरासत में लिया। जहां आरोपी ने अपराध कबूल करते हुए पुलिस की मौजूदगी में यात्रियों को ठगी की रकम 90 हजार और 20 हजार का हर्जाना दिया है। हरिद्वार पुलिस की इस कार्रवाई पर यात्रियों ने कहा कि सचमुच उत्तराखंड देवभूमि और यहां की पुलिस देवदूत है। एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने बताया कि हमारा व्यक्तिगत प्रयास है कि उत्तराखंड आ रहा यात्री यहां से अच्छी यादें लेकर जाए। हमें खुशी है कि हम इनकी मदद कर पाएं। लेकिन कुछ लोग धंधे में इतने अंधे हो गए कि देवभूमि की मर्यादा भूल गए। एक ऐसा ही मामला कोतवाली ज्वालापुर में सामने आया। जहां एक ट्रैवल एजेंसी संचालक ने चारधाम यात्रियों से ठगी कर अंडरग्राउंड हो गया। पुलिस ने आरोपी को दबोचते हुए उससे ठगी की रकम यात्रियों को वापस दिलाई। पुलिस की इस कार्रवाई ने पूरी दुनिया के सामने खाकी की आदर्श छवि प्रस्तुत करते हुए मित्रता, सेवा, सुरक्षा के अपनी टैग लाइन को सार्थक किया है। हरिद्वार पुलिस ने ठगी के चलते आर्थिक परेशानी झेल रहे पूणे महाराष्ट्रा निवासी चारधाम यात्रियों को गदगद कर दिया। इसके बाद तो यात्री पुलिस को सल्यूट करते हुए कह रहे कि वास्तव में देवभूमि की पुलिस देवदूत है।
क्या रहा पूरा मामला
चारधाम यात्रा में आए यात्रियों ने जीएसटी बचाने के लिए व्यक्तिगत एकाउंट नंबर पर पैसे ट्रांस्फर कर यात्री वाहन एवं होटल बुकिंग की थी लेकिन कथित ट्रैवलर एजेंसी ने अपनी सम्पर्क सूत्र (मोबाइल नम्बर) ऐन मौके पर बंद कर दिया। हरिद्वार पुलिस को इस ठगी की जानकारी यमुनोत्री के एक वेब पोर्टल द्वारा कवरेज की गई खबर के माध्यम से मिली।
एसएसपी ने दिए थे कार्रवाई के निर्देश
एसएसपी अजय सिंह द्वारा प्रकरण को गंभीरतापूर्वक लेकर दिए गए निर्देश पर चौकी प्रभारी रेल SI सुधांशु कौशिक ने व्यक्तिगत रूप से यात्रियों से सम्पर्क किया गया। खाते में पैसे न होने व लिंक मोबाइल नंबर बंद आने पर केवल एक तस्वीर के जरिए पुलिस टीम पहले खाताधारक तथा तत्पश्चात ठगी करने वाले युवक तक पहुंची। युवक ने संभावित घाटे के चलते उक्त घटना कारित की थी और खाता धारक को उक्त रकम के बदले ₹1000/- दिए थे। पुलिस टीम द्वारा हस्तक्षेप करने पर आरोपित युवक ने यात्रियों को ₹90000 की रकम के साथ ही इस दौरान हुई परेशानी के बाबत ₹20000/- रुपए हर्जाने के तौर पर दिए।
रकम मिलते ही खिले यात्रियों के चेहरे
रकम वापस पाकर प्रसन्न दिखे यात्रियों ने खुले दिल से मित्र पुलिस की प्रशंसा करते हुए बताया कि उन्हे रकम वापस मिलने की उम्मीद नही थी लेकिन हरिद्वार पुलिस ने बेहद कम समय में बेहद शानदार काम करते हुए उन्हे पूरी रकम और हर्जाना भी दिलवा दिया। यात्रीगण द्वारा युवक का भविष्य खराब न करने की बात कहकर मुकदमा लिखे जाने से भी मना किया गया।