
देहरादून।उत्तराखण्ड पुलिस को एक बड़ी उपलब्धि हाथ लगी है। पुलिस मुख्यालय ने पुष्टि की है कि करोड़ों की ठगी और संगठित अपराध में वांछित गैंगस्टर जगदीश पुनेठा को दुबई से सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है। यह कार्रवाई सीबीसीआईडी उत्तराखण्ड और इंटरपोल के संयुक्त प्रयासों से संभव हुई।

पिथौरागढ़ निवासी वादी लीलाधर पाटनी की शिकायत पर दर्ज FIR No. 239/2021 से शुरू हुआ मामला कई राज्यों और कंपनियों तक फैला हुआ मिला। जांच में खुलासा हुआ कि पुनेठा और उसके सहयोगियों ने निर्मल बंग कमोडिटी, रॉयल पैन्थर प्रा. लि., मात्रछाया आभूषण प्रा. लि. सहित कई संस्थाओं के नाम पर करोड़ों की ठगी की। सीबीसीआईडी की जांच में सामने आया कि गिरोह द्वारा लगभग ₹15.17 करोड़ की धोखाधड़ी की गई और करीब ₹2.22 करोड़ की अवैध चल-अचल संपत्ति अर्जित की गई। लगातार फरार रहने पर जगदीश पुनेठा पर वर्ष 2022 में ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था।इसके बाद उसके खिलाफ संगठित अपराध में संलिप्तता के आधार पर 16 जनवरी 2023 को FIR No. 11/2023 के तहत गैंगस्टर एक्ट में भी मामला दर्ज किया गया।
पिथौरागढ़ पुलिस की तकनीकी निगरानी और मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर यह पुष्टि हुई कि पुनेठा दुबई में छिपा हुआ है। इसके बाद सीबीसीआईडी ने सीबीआई के माध्यम से इंटरपोल से संपर्क कर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) जारी कराया। इसी आधार पर NCB Abu Dhabi (Interpol) ने उसे दुबई में गिरफ्तार किया।
अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की ओर से बनाए गए सुरक्षा मिशन में शामिल उत्तराखण्ड पुलिस की टीम मनोज कुमार ठाकुर, अपर पुलिस अधीक्षक, सीबीसीआईडी (टीम लीडर), ललित मोहन जोशी, प्रभारी निरीक्षक, कोतवाली पिथौरागढ़, सतीश कुमार शर्मा, निरीक्षक, एएनटीएफ पिथौरागढ़ ने 13 नवम्बर 2025 को अभियुक्त जगदीश पुनेठा को प्रत्यर्पित कर भारत लाने में सफलता प्राप्त की। प्रत्यर्पण के बाद आरोपी को विधिक कार्रवाई हेतु पिथौरागढ़ न्यायालय में पेश किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि आर्थिक अपराधों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छिपने वाले भगोड़ों के खिलाफ कार्रवाई तेज़ की जाएगी।
