उत्तराखंड में आईएमए पासिंग परेड के दौरान ट्रैफिक प्लान में पहली बार हुआ बड़ा बदलाव, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून। राजधानी स्थित आईएमए देश को हर साल सैकड़ों सैन्य अफसर देता है। ऐसे में यहां सालभर में दो बार पासिंग आउट परेड होती है। इससे परेड की रिहर्सल से लेकर पासिंग आउट तक प्रेमनगर क्षेत्र को आने-जाने वाला रूट कई दिनों तक घण्टों डायवर्ट रहता है। लेकिन इस बार दिसम्बर की पीओपी में ट्रैफिक रूट डायवर्ट में बड़ा बदलाव किया गया है। इधर, आईएमए के दो परिसरों को जोड़ने को अंडरपास भी बन रहा है। इससे भी भविष्य में इस समस्या का काफी हद तक समाधान होगा।
आईएमए देहरादून कई वर्षों से देश को नए सैन्य अधिकारी देता रहा है। जिनके अदम्य साहस और वीरता का दुनिया लोहा मानवाती है । देहरादून स्थित आईएमए से प्रतिवर्ष निकलने वाले सैन्य अधिकारियों की माह जून तथा दिसम्बर के दूसरे शनिवार को हर साल पासिंग ऑउट परेड होती है। इस दौरान यातायात पुलिस द्वारा 04-05 घण्टे पूर्व वाहनों का डायवर्जन तथा वन वे लागू किया जाता था। परन्तु इस वर्ष माह दिसम्बर में 01 से 10 तारीख तक होने वाली पासिंग आउट परेड / रिहर्सल कार्यक्रम के दौरान किसी भी वाहन चालक, व्यक्ति को असुविधा न हो के परिप्रेक्ष्य में पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून अक्षय द्वारा स्थानीय नागरिकों के विशेष अनुरोध पर आईएमए के वरिष्ठ पदाधिकारियों से गोष्ठी आयोजित कर पुलिस द्वारा पूर्व में अधिक समय के लिए किये जाने वाले डायवर्जन के समय में घटोतरी के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। जिसमें आईएमए के पदाधिकारियों द्वारा अच्छी प्रतिक्रिया देते हुए प्रातः 07.00 से 11.00 बजे पासिंग आउट रिहर्सल के दौरान की वाहनों को डायवर्ट किया जायेगा। जबकि पूर्व यह डायवर्जन प्रातः 05.00 से 13.00 बजे तक किया जाता था। इसी प्रकार सांय से समय मात्र 10 से 20 मिटन के लिए ही डायर्जन तथा वन-वे की व्यवस्था बनाई जायेगी। आईएमए परेड 100 साल पुरानी ऐतिहासिक परम्परा है। आईएमए अधिकारियों द्वारा पब्लिक इन्टरेस्ट को समझते हुए डायवर्जन प्लान में बदलाव का कार्य किया गया जिस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून द्वारा सभी स्थानीय नागरिकों की ओर आईएमए अधिकारियों का धन्यवाद किया गया । साथ ही पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून द्वारा आम लोगों से अपील की गयी कि आईएमए परेड के दौरान तथा आईएमए एरिया से गुजरते समय NO HORN ZONE बनाये रखें ।
इस बार 344 जेंटलमैन कैडेट्स मिलेंगे
भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में आगामी 10 दिसंबर को होने वाली पासिंग आउट परेड में 344 जेंटलमैन कैडेट पास आउट होंगे। इनमें से 314 भारतीय सेना का हिस्सा बनेंगे, जबकि 30 विदेशी कैडेट होंगे। आइएमए में पासिंग आउट परेड को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इन दिनों चेटवुड बिल्डिंग के सामने कैडेट रोजाना परेड का पूर्वाभ्यास कर रहे हैं। आइएमए एक अक्टूबर 1932 को अस्तित्व में आया था। अपनी प्रशिक्षण क्षमता 40 से 1650 जेंटलमैन कैडेट तक बढ़ाई पिछले 90 वर्ष में अकादमी ने अपनी प्रशिक्षण क्षमता 40 से 1650 जेंटलमैन कैडेट तक बढ़ाई है। अब तक 64,145 जेंटलमैन कैडेट अकादमी से पास आउट हो चुके हैं। इनमें 34 मित्र देशों के 2813 विदेशी कैडेट भी शामिल हैं। परेड से पहले अकादमी में कई कार्यक्रम आयोजित होंगे 10 दिसंबर को होने वाली पासिंग आउट परेड के लिए सेना के तमाम वरिष्ठ अधिकारी, देश-विदेश के गण्यमान्य लोग और जेंटलमैन कैडेट के स्वजन दून पहुंचेंगे।