वित्तीय धोखाधड़ी पर सख्त रुख: सचिवालय में RBI की राज्य स्तरीय समन्वय समिति की अहम बैठक

देहरादून।वित्तीय धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से की राज्य स्तरीय समन्वय समिति की वित्तीय धोखाधड़ी रोकथाम उप-समिति की बैठक में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने की।
बैठक में वित्त सचिव ने कहा कि वित्तीय एवं साइबर धोखाधड़ी पर प्रभावी रोक के लिए सभी संबंधित विभागों और संगठनों के बीच बेहतर समन्वय तथा त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने विशेष रूप से मोबाइल एप के माध्यम से होने वाली वित्तीय धोखाधड़ी को रोकने हेतु पुलिस विभाग को तकनीकी उपाय विकसित करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि राज्य में वित्तीय धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए एसटीएफ के अंतर्गत फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट का गठन किया गया है। वित्त सचिव ने निर्देश दिए कि इस यूनिट में साइबर विशेषज्ञों के साथ-साथ बैंकिंग एवं वित्तीय संस्थानों के साथ मजबूत समन्वय बनाकर कार्य किया जाए, ताकि धोखाधड़ी के मामलों में त्वरित कार्रवाई संभव हो सके।
साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए यह सुझाव भी दिया गया कि पुलिस कमांड सेंटर में साइबर क्राइम इकाई और बैंक प्रतिनिधि संयुक्त रूप से कार्य करें। इससे वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों में धन की शीघ्र रिकवरी और धोखेबाजों द्वारा धन निकासी पर तत्काल रोक लगाई जा सकेगी। बैठक में बताया गया कि में इस मॉडल को अपनाने से बैंकिंग चैनलों के अलावा अन्य माध्यमों से धन अंतरण में उल्लेखनीय कमी आई है।
बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य में वर्तमान में 281 कंपनियाँ कार्यरत हैं, जिनका सत्यापन संबंधित नियामक संस्थाओं द्वारा किया जाता है। आम जनता को जागरूक करने के लिए इन कंपनियों की सूची राज्य एवं जिला स्तर की सरकारी वेबसाइटों पर अपलोड किए जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में बताया गया कि लोनी अर्बन मल्टी-स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट को-ऑपरेटिव सोसाइटी से जुड़े धोखाधड़ी मामलों में राज्य में 14 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इन सभी मामलों को को अंतरित कर दिया गया है।
अनियमित जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम-2019 के तहत केन्द्र सरकार द्वारा संचालित BUDS Registry पोर्टल पर विनियमित एवं अविनियमित जमा योजनाओं/संस्थाओं का विवरण उपलब्ध कराया जाता है। बैठक में इस पोर्टल के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने पर भी विशेष जोर दिया गया।
बैठक में संयुक्त सचिव गृह गजेन्द्र सिंह, RBI की महाप्रबंधक नीता बेहरामफ्राम, अपर निबंधक सहकारिता ईरा उप्रेती, पुलिस उपाधीक्षक (अपराध अनुसंधान) नीरज सेमवाल, सहायक पुलिस अधीक्षक STF कुश मिश्रा, बैंकिंग सलाहकार (वित्त) नरेन्द्र कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
डिजिटल डेस्क | उत्तराखण्ड
