राज्य में शोध एवं विकास अवसंरचना को ओर मजबूत करने की जरूरत: डॉ मिश्रा

देहरादून।विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार एवं विज्ञान भारती के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 6 से 9 दिसंबर 2025 तक दशहरा मैदान में इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2025 का शुभारम्भ हो गया है । फेस्टिवल का उद्घाटन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह द्वारा किया गया।आयोजन के दूसरे दिन साइंस एंड टेक्नोलॉजी काउंसिल मीट का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा किया गया। मीट में देश के 28 राज्यों से पहुंची विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषदों द्वारा प्रतिभाग कर अपने अपने राज्य परिषदों की कार्य योजना का विस्तार से प्रस्तुतीकरण किया गया।
उत्तराखंड से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद यूकॉस्ट का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉक्टर आशुतोष मिश्रा द्वारा किया गया एवं परिषद की गतिमान योजनाओं के बारे में विस्तृत में बताया गया। डॉ मिश्रा द्वारा जोर देते हुए कहा गया कि उत्तराखंड राज्य में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की मजबूती हेतु विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, नई दिल्ली को राज्य में शोध एवं विकास अवसंरचना एवं पेटेंट केंद्रों को ओर मजबूत करना होगा जिससे कि राज्य की संभावनाओं पर गहनता से कार्य हो सके। डॉ मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि उत्तराखंड में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद महानिदेशक प्रो दुर्गेश पंत के निर्देशन में कई नई योजनाओं पर कार्य कर रही है और अब उत्तराखंड राज्य की अपनी विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति भी बन चुकी है। इस अवसर पर कई गणमान्य लोगों के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली के आला अधिकारी उपस्थित रहे।
