उत्तराखंड के दो धाम गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुले, अब केदार और बदरीनाथ का इंतजार……

देहरादून। उत्तराखंड के चारधाम में प्रमुख गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट आज अक्षय तृतीया की शुभबेला पर दर्शनार्थ खुल गए हैं। इस मौके पर देश दुनिया से पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने मां गंगे और यमुने के दर्शन किए। इधर, कपाट खुलते ही पहली पूजा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी नाम की हुई। इस दौरान गंगोत्री में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहुंचकर सपरिवार पूजा अर्चना की। जबकि हंस फाउंडेशन के भोला महाराज और माता मंगल समेत कई वीआईपी गंगोत्री धाम पहुंचे।
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं। इससे पहले सोमवार को गंगा की भोग मूर्ति उत्सव डोली में सवार होकर शीत निवास मुखबा से गंगोत्री के लिए रवाना हुई। रात को बाबा भैरवनाथ के मंदिर में डोली यात्रा ने विश्राम किया। आज सुबह ब्रह्ममुहूर्त पर डोली यहां से रवाना हुई और सुबह गंगोत्री पहुंची। जहां साधु संत और तीर्थपुरोहितों ने मां गंगा का स्वागत किया। इसके बाद गंगा की उत्सव डोली को गंगा जी मे स्नान कराते हुए गंगा लहरी का पाठ किया। ठीक 11:15 बजे गंगा के कपाट खोले गए। इस दौरान छह माह तक जल रही अखंड ज्योति के दर्शन किए गए। इधर, मां यमुना अपने भाई शनि के साथ शीत निवास खरशाली से यमुनोत्री पहुंची। जहां शुभ मुहूर्त पर 12:15 बजे कपाट खोले गए। इस मौके पर हजारों की संख्या में देश विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगा और यमुना के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, सुरेश सेमवाल, संजीव सेमवाल, राजेश सेमवाल आदि ने बताया कि अब छह माह तक गंगोत्री में मां गंगे के दर्शन होंगे। इस मौके पर उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार , डीएम अभिषेक रुहेला समेत अन्य मौजूद रहे।
अब 6 को केदारनाथ और 8 को बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे
विश्व प्रसिद्ध धाम बाबा केदारनाथ के कपाट 6 मई को खुलेंगे। इससे पहले बाबा केदारनाथ की पंचमुखी मूर्ति ऊखीमठ से केदारनाथ को रवाना हुई। डोली यात्रा विभिन्न स्थानों पर जाकर 5 मई को केदारनाथ पहुंचेगी। उसके बाद 6 मई को शुभमुहूर्त पर कपाट खुलेंगे। इसके बाद भगवान बद्रीनाथ के कपाट 8 मई को खुलेंगे। इसके अलावा हेमकुंड साहिब का कपाट भी इसी माह खुलेंगे। इन धामों में भी यात्रा को लेकर तैयारियां चल रही हैं।