देहरादून। उत्तराखंड दौरे पर आये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह आदि कैलाश, पार्वती कुंड के दर्शन किये। इसके बाद प्रधानमंत्री ज्यौलिकिंग के पास गुंजी गांव पहुंचे। जहां “रं समुदाय” के लोगों ने प्रधानमंत्री का भव्य और दिव्य अंदाज में स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने रं कल्याण संस्था की प्रदर्शनी का अवलोकन कर भोटिया समुदाय को करीबी से जाना।
इस दौरान प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए बज रहे वाद्ययंत्रों को देख प्रधानमंत्री अपने को रोक नहीं सके और एक कलाकार से अनुरोध कर ढोल-दमाऊ बजाने लगे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने रं कल्याण समिति द्वारा धारचूला म्यूजियम से लाये गए परिधान, बर्तन, वस्तुओं की जानकारी ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेपाल और चीन बॉर्डर से लगे भारत के गुंजी (उत्तराखंड) गांव पहुंचे। गुंजी गांव पहुंचते ही आईटीबीपी, सेना, बीआरओ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ स्थानीय ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का स्वागत किया। प्रधानमंत्री के स्वागत को रं कल्याण समिति धारचूला ने भव्य कार्यक्रम रखा गया। इस दौरान ग्रामीणों और समिति के पदाधिकारियों ने स्थानीय ढोल नगाड़ों से प्रधानमंत्री का स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने स्थानीय वेशभूषा में स्वागत को खड़ी महिलाओं और बुजुर्गों का हालचाल जाना। इसके अलावा आईटीबीपी के जवानों संग फ़ोटो खींची। रं कल्याण समिति ने प्रधानमंत्री को आदि कैलाश की फ़ोटो और स्थानीय कलाकृतियां भेंट की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री मोदी को समुदाय के बारे में जानकारी दी। साथ स्थानीय रीति रिवाजों एवं संस्कृति के बारे में बताया। गुंजी गांव के लोगों ने प्रधानमंत्री को अपनी समस्याओं को लेकर एक पत्र भी सौंपा। साथ ही कैलाश मानसरोवर की तर्ज पर आदि कैलाश से यात्रा के लिए जरूरी सुविधाएं जुटाने की मांग की।