सुरक्षा, संवाद और मित्रता बढ़ाने देश के पहले गांव पहुंचे बद्रीनाथ धाम के थानेदार

देहरादून। चीन सीमा से लगे भारत के प्रथम गांव माणा में गुरुवार की रात खूब चहल पहल देखने को मिली। कारण, पहली बार कोई थानेदार गांव में रात्रि निवास करने पहुंचे। इस दौरान चौपाल पर बैठकर गांव के युवाओं, बुजुर्गों और महिलाओं ने खुलकर थानेदार को अपने मन की बात बताई और महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। साथ ही थानेदार ने ग्रामीणों को रोजमर्रा से जुड़े महत्वपूर्ण कानून के बारे में जानकारी दी।
चमोली जिले के पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार के निर्देशन में बद्रीनाथ धाम के थानेदार नवनीत भंडारी ने देश के प्रथम गांव माणा में रात्रि प्रवास किया। गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने जनपद के सभी थाना प्रभारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि प्रवास कर स्थानीय निवासियों के साथ सीधा संवाद स्थापित करने को लेकर हाल ही में निर्देश दिए थे। इस कार्यक्रम के माध्यम से चमोली पुलिस द्वारा न केवल स्थानीय मुद्दों का समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा बल्कि स्थानीय नागरिकों के विश्वास को भी पुलिस के प्रति मजबूत किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक का यह प्रयास न केवल जनपद बल्कि राज्य में सराहना बटोर रहा है। इसी क्रम को आगे बढाते हुए थानाध्यक्ष बद्रीनाथ नवनीत भण्डारी द्वारा गुरुवार की रात्रि को देश के प्रथम गांव माणा में रात्रि प्रवास कर स्थानीय निवासियों के साथ साइबर अपराध, महिला सुरक्षा और अन्य स्थानीय एवं महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। उनके इस संवाद ने गांव वालों में सुरक्षा और जागरूकता की नई लहर पैदा की है। रात्रि प्रवास के दौरान युवाओं, महिलाओं और अन्य निवासियों ने अपनी-अपनी समस्याएं साझा की। इस बातचीत का उद्देश्य केवल समस्याओं को सुनना नहीं था, बल्कि उनके समाधान पर विचार करना भी था। थानाध्यक्ष ने सभी समस्याओं को गंभीरता से सुना और स्थानीय निवासियों को बताया कि चमोली पुलिस का यह रात्रि प्रवास कार्यक्रम न केवल सुरक्षा के मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने का एक माध्यम है, बल्कि यह स्थानीय निवासियों के लिए एक अवसर भी है कि वे अपनी बात पुलिस प्रशासन तक पहुंचा सकें। उन्होनें कहा कि यह प्रयास चमोली में पुलिस और स्थानीय निवासियों के बीच विश्वास बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। स्थानीय निवासियों द्वारा पुलिस अधीक्षक चमोली की इस पहल का स्वागत किया और कहा कि यह कार्यक्रम जनता और पुलिस के बीच एक नया जुड़ाव पैदा करेगा, जो पुलिस और जनता के बीच दूरी को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।