उत्तराखंड में प्रधानाचार्य के पदों पर सीधी भर्ती के विरोध में उतरे शिक्षक, पदोन्नति की मांग
देहरादून। राज्य में प्रधानाचार्य के पदों पर सीधी भर्ती का विरोध शुरू हो गया है। शिक्षकों ने सीधी भर्ती को मनमाना निर्णय बताते हुए पदोन्नति से प्रधानाचार्य के पदों पर नियुक्ति कराने की मांग की है। शिक्षकों ने विज्ञप्ति की प्रति जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया है।
जनपद उत्तरकाशी स्थित खंड शिक्षा अधिकारी डुंडा कार्यालय में शासन द्वारा सीधी भर्ती द्वारा प्रधानाचार्य की विज्ञप्ति का शिक्षकों ने विरोध किया है। इस दौरान विकासखंड के माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एकत्रित हुए तथा पदोन्नति से पद भरने की मांग की है। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए ब्लॉक अध्यक्ष विनोद प्रसाद नौटियाल ने कहा कि विभाग और शासन अपनी मन मर्जी कर रहा है। सभी शिक्षक कई वर्षों से अपनी पदोन्नति की बाट जोह रहे हैं और अधिकांश सेवानिवृत हो गये हैं। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए ब्लॉक मंत्री डॉ संजीव डोभाल ने कहा कि विभाग की कार्यप्रणाली से सभी माध्यमिक शिक्षक हतोत्साहित हैं । विभाग ने अंतिम पदोन्नती २०१७ में हुई थी। पदोन्नति की विज्ञप्ति जारी करके विभाग ने शिक्षको का शोषण किया है। विभाग के इस कदम का पुरजोर विरोध किया जायेगा। इसके लिए न्यायालय की शरण में जाने के लिए शिक्षक बाध्य है। हम सभी जानते है की राज्य के अधिकांश विद्यालय बिना प्रधानाचार्य के चल रहे हैं। विचार व्यक्त करने वाले शिक्षकों मे आलोक नेगी, नीलम बधानी, प्रकाश भंडारी, दीनदयाल सिंह, विकास गौड़, विंदेश्वर डंगवाल, कृष्णनमोहन भट्ट, पवन भारती, रंजीत आदि रहे।