उत्तराखंड में आईएएस के इस्तीफे की अफवाह पर विराम, रुद्रप्रयाग में सौरभ ने संभाला डीएम का चार्ज
देहरादून। उत्तराखंड में आईएएस अफसर के कथित इस्तीफे की चर्चा पर विराम लग गया है। टिहरी से ट्रांसफर हुए आईएएस सौरभ गहरवार ने आज विधिवत रूद्रप्रयाग जिले के डीएम के रूप में चार्ज संभाल लिया है। इससे उनकी ट्रांसफर को लेकर चल रही नाराजगी की कथित चर्चाओं पर भी विराम लग गया है। बता दें कि दिनों से सोशल मीडिया में गहरवार के ट्रांसफर के बाद नाराजगी के चलते इस्तीफे की चर्चाएं मीडिया में चल रही थी।
जिले के 27 वें डीएम बने गहरवार
रुद्रप्रयाग जिले के नव आगंतुक जिलाधिकारी डाॅ. सौरभ गहरवार ने आज 27वें जिलाधिकारी के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इस अवसर पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा जिलाधिकारी का जनपद आगमन पर स्वागत किया गया। जिलाधिकारी डाॅ. सौरभ गहरवार ने कहा कि श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को सरल, सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों को समयबद्धता एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराना उनकी प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि मानसून की दृष्टिगत संवेदनशील एवं भू-स्खलन क्षेत्रों में सड़क मार्ग बाधित होने पर सड़क मार्ग को आवाजाही हेतु तत्काल खुलवाने के लिए जेसीबी मशीन सहित कार्मिकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
शिक्षा और स्वास्थ्य रहेंगी प्राथमिकता
आईएएस गहरवार ने कहा कि जनपद में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा एवं गुणवत्ता युक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ ही पलायन प्रभावित गांवों में सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं को उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकताओं में रहेगा। उन्होंने कहा कि आम जनता की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाएगा जिसके लिए सभी अधिकारी पूरी गंभीरता से लें और उनका तत्काल निस्तारण करें, इसके लिए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए जाएंगे। साथ ही सरकार की हर महत्वकांक्षी योजना को आम जनता तक पहुंचाने के लिए धरातल पर पूरी मेहनत से काम करने का प्रयास किया जाएगा इसके लिए भी ठोस कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल, वरिष्ठ कोषाधिकारी विनोद कुमार, प्रभारी अधिकारी जिला कार्यालय मंजू राजपूत, सहायक कोषाधिकारी प्रेमचंद्र पांडेय, लेखाकार मनोज मलेठा आदि मौजूद रहे।