शिव नगरी में लोक वाद्य यंत्रों और पारंपरिक वेशभूषा के साथ निकाली शोभा यात्रा

देहरादून। उत्तरकाशी धार्मिक नगरी काशी स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में श्री शिवमहापुराण ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ। इस पावन अवसर पर पहले दिन का आरंभ कलश यात्रा के साथ हुआ । जिसमें लोक वाद्य यंत्रों की धुन में श्रद्धालु महिलाएं व पुरुष पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए।
कलश यात्रा मंदिर प्रांगण से प्रारंभ होकर भक्ति संगीत व शिव धुनों के साथ नगर भ्रमण करते हुए कथा स्थल तक पहुँची। यात्रा के दौरान हर-हर महादेव के जयघोष से सम्पूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया। महंत जयेंद्र पुरी महाराज जी के सानिध्य में इस वर्ष श्री शिव महापुराण कथा की 45 वीं आवृति हो रही है । यह आयोजन धार्मिक शांति, विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभा सम्मान, मेधावी छात्र सम्मान,सामाजिक सद्भाव और सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु किया गया है। शिवमहापुराण कथा का वाचन परम पूज्य कथा व्यास श्री वृंदा प्रसाद शास्त्री जी महाराज के श्रीमुख से किया जा रहा है। व्यास जी ने कथा मैं शिवमहापुराण का व्याख्यान करते हुए कहा की श्रावण मास मैं जो शिवमहापुराण का श्रवण करता है उसे दश अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है।
कार्यक्रम आगामी 10 अगस्त तक प्रतिदिन 2 से 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा। सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होकर पुण्य लाभ प्राप्त करें। कार्यक्रम में नगर के अनेकों लोगों ने प्रतिभाग किया ।