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उत्तराखंड से देश-दुनिया तक पहुंचा “बीज बम अभियान” शिक्षा मंत्री बोले पाठ्यक्रम से जुड़ेगा अभियान

देहरादून। उत्तराखंड से शुरू हुआ बीज बम अभियान देश दुनिया तक पहुंच गया है। आज अभियान की शुरुआत करते हुए शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि मानव और वन्य जीवों के बीच होने वाला संघर्ष को बीज बम अभियान से कम किया जाएगा। इसके लिए अभियान को स्कूलों के पाठ्यक्रमों से जोड़ा जाएगा।

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आज बीज बम अभियान सप्ताह 2023 का शुभारंभ किया। कहा कि खेल-खेल में पर्यावरण संरक्षण एवं मानव और वन्य जीवों के बीच बढ़े संघर्ष को कम करने का यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी के द्वारा शुरू किए गए बीज बम अभियान सप्ताह का वर्चुअल शुभारंभ किया। कहा कि बीज बम अभियान में जन भागीदारी बढ़ाने एवं ज्यादा से ज्यादा लोग बीज बम के बारे में जाने, समझे इस हेतु संस्थान के द्वारा वर्ष 2019 से 09 से 15 जुलाई तक बीज बम अभियान सप्ताह मनाया जाता है। आज अभियान में लगभग भारत के 18 राज्यो व पड़ोस के 4 देशों जिसमें नेपाल, श्रीलंका, साउथ अफ्रीका, बंग्ला देश के लोग भी वर्चुअल बीज बम अभियान से जुड़े।
इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि मानव और वन्य जीवों एक दूसरे के पूरक है। इस धरती पर जितना हमारा अधिकार है उतना ही वन्य जीवो का है। वन्य जीवों के लिए जब वनों में जब भोजन नहीं मिल पाता तो वे हमारी बस्ती में आते है जिसके दुष्प्रभाव आज कई स्थानों पर देखने को मिल रहे है। जिसके समाधान के लिए द्वारिका प्रसाद सेमवाल लगे है। आज उनकी प्रेरणा से शिक्षा विभाग आज अभियान से जुड़ा है। यह बहुत ही यूनिक कार्य है, बड़ी बात है कि इसमें किसी तरह का खर्च नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 40 लाख छात्र छात्रये है । प्रत्येक छात्र दो दो बीज बम बनाए और जंगलों में डाले तो अभियान को मजबूती मिलेगी और मानव और वन्य जीवों के बीच बढ़े संघर्ष में कमी आएगी। मंत्री ने सभी स्कूलों, विश्वविद्यालयों को अभियान से जुड़ने की बधाई दी व 15 जुलाई तक बीज बम अभियान सप्ताह को मनाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रार्थना सभा में प्रत्येक दिन समसामयिक विषय जैसे बीज बम, गढ़ भोज, नशा मुक्ति विषय पर बच्चो को जानकारी दे। उन्होंने बीज बम और गढ़ भोज को पाठ्यक्रम में जोड़ने की बात कही।कार्यक्रम में मंत्री ने गढ़ भोज व बीज बम अभियान के लिए द्वारिका प्रसाद सेमवाल को शाल व पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। बीज बम अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा कि कुछ साथीयों के साथ शुरू किया गए अभियान से देश विदेश के हजारों लोग जुड़े है जो अभियान की सफलता दर्शाता है, ज्यादा से ज्यादा लोगो को जोड़ कर ज्यादा अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। मंत्री ने हमेशा ऐतिहासिक कार्यों को अंजाम तक पहुंचाने की कोशिश की अब बीज बम अभियान को शिक्षा से जोड़ने के प्रयासों को आगे बढ़ाएंगे। मुझे गढ़ भोज व बीज बम के लिए सम्मानित करने के लिए मंत्री का साधुवाद। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ अरविंद दर्मोडा ने बीज बम अभियान और गढ़ भोज को से स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की। कार्यक्रम में
उत्तराखण्ड, हिमाचल, उत्तरप्रदेश, अंडमान निकोबार, छतिसगढ़, दिल्ली, पंजाब कुल 28 राज्यो सहित, श्री लंका, नेपाल, बांग्लादेश एवं साउथ अफ्रीका आदि देशों के लोग व सामाजिक संगठन जुड़े रहे। इस अवसर पर प्रो यतीश वशिष्ठ, डॉ अरविंद दरमोडा, वेदव्रत शर्मा, पूर्व प्रदेश मंत्री भाजपा सुरेश भट्ट, अध्यक्ष राज्य सहकारी संघ मातवर सिंह, गंगा बहुगुणा, वीरेंद्र वशिष्ठ , संजय बलोदी आदि मौजूद रहे।

बीज बम बनाने की विधि

मिट्टी, कम्पोस्ट, कागज की लुगदी को मिला कर छोटे छोटे गोले बनाऐ। गोलो के अंदर 2 बीज डाल दे। बीज छेत्र विशेष व बुआई, समय के अनुरूप होने चाहिए। गोलो को छाव में रखने के बाद 3-4 दिन में चयनित स्थान पर डाल दे।

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