
देहरादून। उत्तराखंड कौथिग में लोक नृत्य और गीतों की रंगारंग प्रस्तुति ने दर्शकों ने खूब वाहवाही लूटी। उत्तरकाशी के संवेदना समूह और चंपावत से आये देवीधुरा टीम ने पहाड़ की संस्कृति की अनोखी झलक दिखलाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जबकि पिथौरागढ़ के छलिया नृत्य भी कौथिग में आकर्षण का केंद्र रहा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोक कलाकारों और आयोजकों की तारीफ करते हुए कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति और विरासत को संजोए रखने में वह दिल से काम कर रहे हैं। सरकार की तरफ से जो भी मदद बन पड़ेगी, वह की जाएगी।
रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल के मैदान में दस दिवसीय उत्तराखंड कौथिग का रंगारंग शुभारंभ हुआ। देर शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अखिल गढ़वाल सभा देहरादून द्वारा आयोजित कोथिग उत्तराखंड महोत्सव में शामिल हुए। कौथिग में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अखिल गढ़वाल सभा जैसी संस्थाएं न केवल सामाजिक दायित्वों को पूरा कर रही है बल्कि उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। इस महोत्सव में पहाडों के लोक गीत, लोक नृत्य और संस्कृति के विविध रूप दर्शकों को देखने को मिलेंगे। इससे हमारी संस्कृति के साथ पारम्परिक परिधानों व उत्पादों को पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि जब हमारी युवा पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक विरासत के महत्व को पहचानेगी तभी इससे उनका जुड़ाव भी होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को देश और दुनिया का नम्बर वन पर्यटन प्रदेश बनने के साथ ही अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक पटल पर पहचान दिलाने के लिये भी हम प्रयासरत हैं। उत्तराखण्ड की संस्कृति, मेलों, उत्सवों के संरक्षण के लिए भी राज्य सरकार द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं।
संवेदना समूह की प्रस्तुति ने लूटी वाहवाही
उत्तरकाशी से पहुंची संवेदना समूह के कलाकारों ने खूब वाहवाही लूटी। कार्यक्रम में संवेदना समूह ने पारंपरिक तरीके से गंगा घाटी का लोक नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। खासकर ढोल, रणसिंगा और मशकबीन की प्रस्तुति पर लाइव नृत्य में देव डोली की प्रस्तुति को लोगों ने खूब सराहा। संवेदना समूह के अध्यक्ष जय प्रकाश राणा ने बताया कि गंगा घाटी लोक संस्कृति में अलग पहचान रखती है। ऐसे में गंगा घाटी का नृत्य की प्रस्तुति उन्होंने कार्यक्रम में दी गई। इधर, कुमाऊं के चंपावत से आये देवीधुरा नृत्य दल की रंगारंग प्रस्तुति ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। जबकि पिथौरागढ़ के छलिया नृत्य भी कार्यक्रम में आर्कषण का केंद्र रहा।
इस मौके पर ते रहे मौजूद
अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, प्रमोद नैनवाल, सुरेश गढ़िया, अखिल गढ़वाल सभा अध्यक्ष रोशन धस्माना, महासचिव गजेन्द्र भण्डारी, सांस्कृतिक सचिव पं. उदय शंकर भट्ट, भाजपा नेता विशाल गुप्ता, किशोर भट्ट आदि उपस्थित रहे।