प्रधानमंत्री मोदी ने भावुक होकर कहा, उत्तराखंड के प्यार को जीवनभर नहीं भुला सकता!
देवभूमि में प्रधानमंत्री मोदी ने हुड़का बजाकर किया जनता जनार्दन का आह्वान
-योगनगरी ऋषिकेश से 41 विधानसभाओं के मतदाताओं को साधा
-मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री मोदी को भेंट किया राज्य का पारंपरिक वाद्ययंत्र हुड़का
-प्रधानमंत्री बोले, देवभूमि में हुड़के की थाप से देवताओं का आह्वान से मिलती प्रेरणा
ऋषिकेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योगनगरी ऋषिकेश में हुड़का पर थाप देते हुए कहा कि देवभूमि में हुड़के की थाप (नाद) से देवताओं का आह्वान किया जाता है। लेकिन मुझे देवभूमि की देव रूप जनता को आह्वान में हुड़का बजाने का सौभाग्य मिला है। इस दौरान तीन लोकसभा क्षेत्र से पहुंचे कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ मोदी मोदी नारों की गूंज से प्रधानमंत्री का स्वागत कर भावुक कर दिया। प्रधानमंत्री ने भी देवभूमि से जुड़ी पुरानी यादें ताजा कर कहा कि उत्तराखंड के प्यार को जीवन में भुला नहीं सकता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऋषिकेश स्थित योगनगरी में गुरुवार को विजय संकल्प रैली से गढ़वाल, टिहरी और हरिद्वार लोकसभा क्षेत्रों के मतदाताओं को सम्बोधित किया है। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री मोदी को उत्तराखंड के पारंपरिक और भगवान शिव के वाद्ययंत्र हुड़का भेंट किया। प्रधानमंत्री ने हुड़का बजाते हुए कहा कि यह देवभूमि है। देवभूमि में हुड़का की नाद से देवताओं के आह्वान करने की परंपरा है। हुड़का नाद देवताओं को भी ऊर्जा देता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मुझे भी देवभूमि की देव रूपी जनता का आह्वान करने के लिए हुड़का बजाने का सौभग्य मिला है। हुड़के की यह गूंज देश में तीसरी बार पूर्णबहुमत वाली सरकार देगी। इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वह उत्तराखंड आते तो यहां का आशीर्वाद मांगने के साथ ही सभी परिवारजनों के साथ पुरानी यादें भी ताजा कर लेता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कल वह दक्षिण छोर सागरतट पर बसे तमिलनाडु में थे, जहां सभी लोग कह रहे हैं कि फिर एक बार मोदी सरकार और आज हिमालय की गोद मे बाबा केदारनाथ और बद्रीविशाल के चरणों में भी यही गूंज सुनाई दे रही है। यह गूंज ऐसी सरकार की है, जिसने देश को कई गुना मजबूत कर दिया है। इस दौरान तीनों लोकसभा से पहुंचे कार्यकर्ताओं ने जब गर्मजोशी के साथ मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे तो प्रधानमंत्री बीच में रुकते हुए भावुक हो गए। कहा कि उत्तराखंड वालों के लिए वह घर के हैं, यहां रैली में कई पुराने साथियों को मुंडी हिलाकर मैंने प्रणाम किया है। उत्तराखंड के प्यार को जीवन में भूल नहीं सकता हूं।