उत्तराखंड में इस अफसर की जांच को एसआईटी गठन के आदेश जारी, पुलिस के डीआईजी रैंक के अफसर करेंगे भ्रष्टाचार की जांच
देहरादून। शासन ने उद्यान विभाग में उद्यान निदेशक रहे डॉ हरविंदर बवेजा के कार्यकाल में हुए घपले-घोटालों की जांच को एसआईटी गठित कर दी है। गृह विभाग ने पुलिस के डीआईजी रैंक के अफसर के नेतृत्व में गठित टीम से विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। अब एसआईटी की जांच की आंच न केवल डॉ बवेजा, बल्कि उद्यान विभाग में लम्बे समय से चल रहे महाघोटाले में शामिल अन्य अफसरों तक भी पहुंचेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा निर्णय लिया है। लम्बे समय तक उद्यान विभाग में मनमानी कर रहे चर्चित निदेशक डॉ हरविंदर सिंह बवेजा को पूर्व में शिकायत मिलते ही सस्पेंड कर दिया था। बवेजा को कई सफेदपोश की शह बताई जा रही है। इसी कारण वह लम्बे समय तक पद पर डटे रहे और आरोपों के बावजूद मनमानी करते रहे। उत्तरकाशी के जरमोला उद्यान नर्सरी में जब भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल ने बड़ा घपला उजागर किया तो शासन से लेकर प्रशासन में हड़कंप मच गया था। मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला प्रकाश में आया तो सस्पेंड की कार्रवाई की गई। इसी क्रम में आज शासन ने मुख्यमंत्री के आदेश पर उद्यान विभाग के निदेशक पद से सस्पेंड कर हटाए गए डॉ हरविंदर बवेजा के खिलाफ जांच के लिए गृह विभाग ने एसआईटी का गठन कर दिया है। एसआईटी टीम में अध्यक्ष डीआईजी सीआईडी को नामित किया गया है। जबकि एसएसपी अल्मोड़ा, एसपी सीबीसीआईडी हल्द्वानी समेत कृषि विभाग के अधिकारी भी एसआईटी में शामिल किए गए हैं। एसआईटी के अध्यक्ष की संस्तुति पर दो सदस्य अलग से जांच दल में शामिल किए जा सकेंगे।आज गृह विभाग की विशेष सचिव रिद्धिमा अग्रवाल ने यह आदेश जारी किए हैं। जांच टीम को मामले के विस्तृत जांच कर जल्द रिपोर्ट बनाने तथा शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं। बहरहाल शासन के इस निर्णय से उद्यान घोटाले से जुड़े लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।