देहरादून। उत्तराखंड में बार बार बिजली की दर बढ़ाने का विरोध शुरू हो गया है। सहकारी बाजार अध्यक्ष एंव उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी विरेन्द्र पोखरियाल ने बिजली दरें बढ़ाने का कड़ा विरोध किया है। इस सम्बंध में आयोग को पत्र लिखने की बात कही है।
उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) की बोर्ड बैठक में हाल ही में बिजली दरें 7.72 प्रतिशत बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया है। इसमें घरेलू बिजली दर में पांच प्रतिशत और औद्योगिक बिजली दरों में सात से आठ प्रतिशत बढ़ोतरी की सिफारिश की गई। 15 दिसंबर तक यूपीसीएल की ओर से दरें बढ़ाने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग में जमा किया जाएगा। बिजली की दर बढ़ाने के प्रस्ताव पर सहकारी बाजार अध्यक्ष एंव उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी विरेन्द्र पोखरियाल ने कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि इस साल बिजली की दरों में तीन बार बढ़ोत्तरी की गई है, जो कि छोटे राज्य उत्तराखंड की जनता का शोषण है। एक तरफ महंगाई की मार से लोग परेशान हैं। ऊपर से बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी कर सरकार आमजन को दोहरा झटका दे रही है। उन्होंने कहा कि बिजली की दर यदि बढ़ाई जाती है तो कांग्रेसी सड़कों पर उतरेंगे।