Uttarakhandउत्तराखंडकाम की तारीफनिरीक्षणसरकार का फैसला

राजधानी में 55 सौ करोड़ से तैयार होगा रिस्पना और बिंदाल एलिवेटेड प्रोजेक्ट

देहरादून। राजधानी में जनसुविधा और ट्रैफिक से निजात पाने वाली अति महत्वपूर्ण रिस्पना और बिंदाल एलिवेटेड मार्गों (सड़क) को लेकर सरकार ने धरातल पर कसरत शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल इन योजनाओं को समयबद्ध धरातल पर उतारने से पहले अफसरों ने होमवर्क शुरू कर दिया है।आज लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ पंकज पांडेय ने एलिवेटेड मार्गों का समरेखण और निर्माण के दौरान आने वाली अड़चनों का गहनता से स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान इंजीनियरों और कंसल्टेंसी फर्म के विशेषज्ञों से चर्चा कर योजना को लेकर जरूरी निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार राजधानी को जाममुक्त करने की योजना पर काम कर रही है। रिस्पना से आईएसबीटी तक 22 सालों से अधर में लटकी फोरलेन सड़क को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शहर के प्रमुख मार्गों के चौड़ीकरण, पेंटिंग और डामरीकरण किया जा चुका है। अब नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है। खासकर जाममुक्त शहर में फ्लाईओवर, अंडर ब्रिज पर काम चल रहा है। इन्हीं योजनाओं में राजधानी देहरादून के रिस्पना एवं बिन्दाल नदियों के साथ साथ सरकार ने चार लेन ऐलिवेटेड मार्गो के निर्माण को प्रस्तावित किया है। शहर में वाहनों के बढ़ते दबाव एवं भविष्य की जरूरतों को देखते हुए सरकार ने इन महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम करने के निर्देश दिए हैं। सरकार के निर्देश पर आज लोक निर्माण विभाग के सचिव डा पंकज कुमार पाण्डेय, सचिव ने लोनिवि के वरिष्ठ अभियन्ताओं एवं कन्सलटेंसी फर्म के विषेषज्ञों के साथ गहन स्थलीय निरीक्षण किया गया। सचिव ने बताया कि  एलिवेटेड रोड परियोजना के अन्तर्गत रिस्पना से एलिवेटेड रोड़ 11 किमी एवं बिंदाल एलिवेटेड रोड़ 15 किमी लंबी है, जो चार लेन में बनायी जानी प्रस्तावित हैं। इस योजना को समयबद्ध बनाने की योजना पर काम चल रहा है। इसके लिए सभी परेशानियों और अड़चनों का बारीकी से गहन अध्ययन किया जाएगा। ताकि निर्माण के दौरान कोई परेशानी न उठानी पड़े।

यहां बनेगी रिस्पना एलिवेटेड योजना

रिस्पना नदी के साथ साथ ऐलिवेटेड मार्ग विधानसभा के समीप रिस्पना पुल से प्रारम्भ होकर राजपुर-सहस्त्रधारा मार्ग पर नागल सेतु पर जुड़ेगा, जो कि सहस्त्रधारा क्रासिंग के समीप सेतु एवं धोरण पुल के पास दो स्थलों पर संलग्न मुख्य मार्गो से भी जुड़ेगा।

यहां जुड़ेगा बिंदाल एलिवेटेड मार्ग

बिन्दाल नदी के साथ साथ ऐलिवेटेड मार्ग हरिद्वार बाईपास (एनएच72) पर कारगी के समीप बिन्दाल पुल से प्रारम्भ होकर राजपुर रोड पर डायवर्जन से आगे सांई मन्दिर के पास जुड़ेगा,  जो कि सहारनपुर रोड़ पर लाल पुल एवं चकराता रोड़ पर बिन्दाल पुल पर भी यातायात को संयोजकता प्रदान करेगा।

 

रिस्पना पुल और जोगीवाला में बनेगा फ्लाईओवर

सचिव डॉ पंकज कुमार पाण्डेय ने इंजीनियरों को निर्देश दिये गये कि राष्ट्रीय राजमार्ग, एनएचएआई के अधिकारियों से समन्वय बनाकर रिंग रोड एवं जोगीवाला फ्लाई ओवर का समरेखण का भी अध्ययन करने के निर्देश दिए। कहा कि अभी से जो भी आवष्यकतानुसार संशोधन होने हैं, उन पर काम शुरु कर लिया जाय। इसके साथ ही मुख्य अभियंता लोनिवि को निर्देश दिये कि आराघर से रिस्पना पुल को भी अलग फ्लाई ओवर से जोड़ने की फिजिबिलिटी स्टडी करा ली जाय।

विभागों के साथ बनाएं बेहतर समन्वय 

सचिव लोनिवि डॉ पाण्डेय द्वारा निर्देश दिये गये कि दोनों एलिवेटेड योजनाओं के समरेखणों में पड़ने वाले समस्त यूटिलिटी से सम्बन्धित विभागों बिजली, पानी, संचार, सीवर, राजस्व, पेयजल निगम से समन्वय बनाकर उनकी प्रभावित सेवाओं के शिफ्टिंग हेतु वास्तविक आंकलन के आधार पर आगणन प्राप्त कर लिया जाय। इसके अलावा दोनों नदियों की वर्तमान स्थिति एवं प्रस्तावित ऐलिवेटेड मार्गो के डिजाईन की चौड़ाई के सापेक्ष प्रभावित भूमि संरचना की स्पष्ट स्थिति के साथ तकनीकी बिन्दुओं पर आवष्यक संशोधन करते हुये एक सप्ताह के अन्दर रिपोर्ट दें। निरीक्षण के समय मुख्य अभियंता लोनिवि एनपी सिंह, अधीक्षण अभियन्ता रणजीत सिंह, अधिषासी अभियन्ता जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी, कन्सलटेंट इत्यादि उपस्थित थे।

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