देहरादून। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के मुख्य वित्त अधिकारी को शासन ने सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने शासन के ट्रांसफर आदेश का पालन नहीं किया। उल्टा विश्वविद्यालय में विजिलेंस जांच के बावजूद आहरण वितरण में दिलचस्पी दिखाई। इसकी जानकारी मिलने पर आज शासन ने मुख्य वित्त अधिकारी अमित जैन को सस्पेंड कर दिया। इस सम्बंध के शासन ने कड़ा आदेश जारी कर दिया है। शासन के इस आदेश से ट्रांसफर पोस्टिंग में मनमानी करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है। देखिए शासन का आदेश…. “शासन स्तर से निरन्तर प्रदत्त निर्देशों यथा- महालेखाकार संबंधी महत्त्वपूर्ण लेखा परीक्षा के निरीक्षण प्रतिवेदन की अनुपालन आख्या का प्रेषण, डॉ० राजेश कुमार, चिकित्साधिकारी की विश्वविद्यालय से सम्बद्धता समाप्त किये जाने के उपरान्त भी वेतन आहरित किया जाना शासन स्तर पर निर्धारित महत्वपूर्ण बैठक में प्रतिभाग न करना आदि शासकीय निर्देशों की निरन्तर अवहेलना का द्योतक है। इसके अलावा वित्त अनुभाग – 6, उत्तराखण्ड शासन के कार्यालय आदेश संख्या-133467, दिनांक 28 जून, 2023 द्वारा श्री जैन का सम्बद्धीकरण सम्प्रति धारित समस्त पदभारों से अवमुक्त करते हुए निदेशालय, कोषागार, पेंशन एवं हकदारी में किया गया। लेकिन श्री जैन द्वारा आतिथि निदेशालय में योगदान नहीं किया गया। जबकि उक्त सम्बद्धीकरण की सूचना उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय की आधिकारिक ई-मेल पर दिनांक 28.06.2023 को प्रेषित कर दी गयी थी तथा श्री जैन को वॉटसऐप के माध्यम से भी उक्त सन्दर्भित कार्यालय आदेश प्रेषित कर दिया गया था, जो कि उनके द्वारा अवलोकित भी कर लिया गया था। इसके उपरान्त भी शासकीय आदेश का अनुपालन श्री जैन द्वारा अतिथि नहीं किया गया है।”