उत्तराखंड में आयोग की आठ भर्तियों में नहीं मिली गड़बड़ी, सैकड़ों युवाओं को बड़ी राहत
देहरादून। यूकेएसएसएससी की कथित विवादित आठ भर्तियों की जांच लगभग पूरी हो गई है। जांच टीम ने आठों भर्तियों में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं मिलने का दावा किया है। हालांकि जांच कमेटी जल्द अपनी रिपोर्ट आयोग को सौंपेगी। इसके बाद ही इन भर्तियों पर अंतिम निर्णय होगा। इधर, जांच कमेटी की पॉजिटिव रिपोर्ट से नौकरी की राह देख रहे सैकड़ों युवाओं को बड़ी राहत मिल सकती है।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की आठ परीक्षाओं में भी गड़बड़ी के आरोप लगने पर सरकार ने जांच बिठाई थी। इन भर्तियों में एलटी के साथ ही वैयक्तिक सहायक, कनिष्ठ सहायक, पुलिस रैंकर्स, वाहन चालक, अनुदेशक, मत्स्य निरीक्षक, मुख्य आरक्षी दूरसंचार परीक्षाएं शामिल थी। सभी की जांच सेवानिवृत्त आईएएस एसएस रावत के नेतृत्व वाली कमेटी को दी थी। सूत्रों का कहना है कि कमेटी ने सभी आठ विवादित भर्तियों की जांच लगभग पूरी कर ली है। इस सम्बंध में जांच कमेटी के अध्यक्ष एसएस रावत ने एक दैनिक समाचार पत्र में दिए बयान में कहा कि सभी जांचें पूरी हो गई हैं। वह एक या दो दिन में रिपोर्ट आयोग को सौंप देंगे। गौरतलब है कि उक्त आठ परीक्षाओं में सात परीक्षाओं में विवादित भर्ती एजेंसी आरएमएस टैक्नोसॉल्यूशन की भूमिका रही थी। जबकि व्यक्तिक सहायक की परीक्षा, ऑनलाइन एनएससीईआरटी ने कराई थी। अब कथित विवाद की जांच पूरी होने से करीब 2500 युवाओं को नौकरी मिलने में बड़ी राहत मिल सकती है।
इसलिए बिठाई थी जांच
सरकार ने जुलाई में स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में नकल या पेपर लीक होने के की शिकायत पर जांच बैठा दी थी। इन सभी परीक्षाओं की जांच रिटायर्ड आईएएस एसएस रावत के नेतृत्व में कराई गई। जांच कमेटी ने सभी आठ परीक्षाओं की जांच कर ली है। इसमें कुछ मामलों को छोड़ जांच पूरी कर ली गई है। जल्द कमेटी आयोग को रिपोर्ट सौंप देगी। हालांकि आयोग के सूत्रों का कहना है कि कई मामलों में अभी जांच टीम से चर्चा होनी बाकी है। ऐसे में अभी जांच पूरी हो गई, यह कहना उचित नहीं है। आज इस सम्बंध में आयोग और जांच कमेटी के सदस्यों की बैठक होनी है। जिसमें कुछ बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद ही जांच आगे बढ़ेगी।