डीएम ऑफिस के रिकॉर्ड रूम में 60 बीघा जमीन के दस्तावेज बदलने वाला नटवरलाल गिरफ्तार
देहरादून। राजधानी पुलिस ने डीएम दफ्तर के रिकॉर्ड रूम में करोड़ों की जमीनों के असली दस्तावेज को फाड़कर फर्जी तरीके से दूसरों के नाम चढ़ाने वाले नटवरलाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने क्लेमनटाउन में करीब 5 बीघा निजी और माजरा में रक्षा मंत्रालय की 55 बीघा जमीनों के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा किया है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि क्लेमनटाउन की जमीन को आरोपी ने 25 लोगों को बेचकर करीब 3 करोड़ रुपये खाते में जमा कराए हैं। जबकि माजरा की जमीन रक्षा मंत्रालय के कब्जे में होने के कारण आरोपी खेल करने में असफल रहा है। पुलिस अब इस नटवरलाल का साथ देने वालों की तलाश में जुट गई है।
राजधानी के एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि रिकॉर्ड रूम में असली मालिकों की जमीन फर्जी के नाम दर्ज कराने का खेल अब नहीं चलेगा। पुलिस ने रिकॉर्ड रूम में फर्जीवाड़े के आधार रजिस्ट्री का खेल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। इसमें संलिप्त वाइट कॉलर अपराधियों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। आज पुलिस ने फर्जी रजिस्ट्री घोटाले में एक और अभियुक्त को किया गिरफ्तार किया है। अभियुक्त द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर माजरा स्थित रक्षा मत्रांलय की भूमि तथा क्लेमेन्टाउन स्थित निजी भूमि के फर्जी विलेख पत्र बनाते हुए उक्त भूमि को अन्य लोगों को बेच चुका था। इसमें क्लेमनटाउन की जमीन करीब 11 लोगों ने खरीदी थी। जबकि माजरा की जमीन डीएम द्वारा 1958 में ही रक्षा मंत्रालय के नाम दर्ज करने तथा जमीन पर रक्षा मंत्रालय का कब्जा होने के कारण आरोपी जमीन को कब्जामुक्त नहीं करा पाया। हालांकि आरोपी उक्त जमीन को अपनी बताकर लगातार रक्षा मंत्रालय पर भी कब्जामुक्त करने का दवाव बना रहा था।
राजधानी में रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में 16वें गिरफ्तारी
फर्जी रजिस्ट्री प्रकरण में एसआईटी द्वारा की जा रही जांच में अब तक 16 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में अन्य व्यक्तियों के नाम भी उक्त प्रकरण में प्रकाश में आये हैं। जिनके सम्बन्ध में एसआईटी द्वारा लगातार गहन विवेचना कर साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जा रही है। सहायक महानिरीक्षक निबन्धन संदीप श्रीवास्तव द्वारा टर्नर रोड से सुभाष नगर चौक के मध्य क्लेमनटाउन में लगभग 2500/- गज भूमि तथा लगभग 55 बीघा जमीन ग्राम माजरा के फर्जी विलेख पत्र के सम्बन्ध में कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। उक्त प्रकरण में बिजनौर निवासी हुमायूँ परवेज का नाम प्रकाश में आने पर एसआईटी द्वारा उक्त अभियुक्त के विरूद्ध साक्ष्य संकलन की कार्यवाही करते हुए आज दिनांक: 12-10-23 को अभियुक्त हुमायूँ परवेज को गिरफ्तार किया गया।
रिकॉर्ड रूम में करता था जमीनों का फर्जीवाड़ा
एसआईटी की जांच के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आये कि मौहम्मद हुमायू परवेज पुत्र जलीलू रहमान निवासी 24 मौहल्ला काजी सराय 2, नगीना जिला बिजनौर, उ0प्र0 द्वारा अपने साथी समीर कामयाब व अन्य साथियो की मदद से फर्जी विलेख तैयार कर देव कुमार निवासी सहारनपुर की मदद से रिकार्ड रुम रजिस्ट्रार कार्यालय में वर्ष 2016-17 में जिल्द में लगवा दिया था। जिसमें टर्नर रोड से सुभाष नगर चौक के मध्य क्लेमनटाउन स्थित जमीन का अल्लादिया नाम से 1944 में जलीलू रहमान व अब्दुल करीम को फर्जी बैनामा बनाकर मालिक दर्शाया गया। इसी जमीन को 2019 से 2020 के बीच हुमायू परवेज द्वारा वसीयत के आधार पर 11 व्यक्तियों को उक्त जमीन की रजिस्ट्रिया कर दी गयी। जिसमें उसने लगभग 03 करोड रू0 जे एण्ड के बैंक सहारनपुर के खाते में प्राप्त किये गये।
डिफेंस के कब्जे से बच गई 55 बीघा जमीन
ग्राम माजरा की जमीन के असली मालिक लाला सरनीमल व मनीराम से फर्जी बैनामा 1958 का बनाकर जलीलू रहमान व अर्जुन प्रसाद को मालिक दर्शाया गया। इसके बाद आरोपी ने सीमांकन हेतु प्रार्थना पत्र एसडीएम कार्यालय व उच्च न्यायालय उत्तरखण्ड को प्रेषित कर बाकायदा आदेश भी करवाये गये। परन्तु ग्राम माजरा स्थित लगभग 55 बीघा जमीन वर्ष 1958 में तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा रक्षा मंत्रालय के नाम कर दी गयी थी और आज भी रक्षा मंत्रालय के कब्जे में है। जिस कारण सीमांकन की कार्यवाही को खारिज किया गया था और आज यह कीमती जमीन बच गई।
गिरफ्तार अभियुक्त
मौहम्मद हुमायू परवेज पुत्र जलीलु रहमान निवासी 24 मौहल्ला काजी सराय 2, नगीना, जिला बिजनौर उ0प्र0, उम्र 50 वर्ष
आरोपी का आपराधिक इतिहास
1. मु0अ0सं0 76/21 धारा 420,467,467,120बी भादवि थाना पटेलनगर देहरादून