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उत्तरकाशी में मंत्री ने किया इमरजिंग टेक्नालॉजी लैब तथा इंजीनियरिंग वर्कशॉप का लोकार्पण

देहरादून। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने आज प्रोद्योगिकी संस्थान बौन में आयोजित विज्ञान दिवस समारोह में प्रतिभाग कर युवा प्रतिभाओं का आह्वान किया कि वह देश व दुनिया के सम्मुख उपस्थित विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का समाधान तलाशने के लिए अपने ज्ञान व कौशल का बेहतर इस्तेमाल करें।

आज अपने एक दिवसीय दौरे पर राज्य के वन, भाषा, निर्वाचन व तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने प्रोद्योगिकी संस्थान बौन में पहॅॅुंचकर संस्थान परिसर में इमरजिंग टेक्नालॉजी लैब तथा इंजीनियरिंग वर्कशॉप का लोकार्पण करने के साथ ही अमर बलिदानियों की स्मृति को संजोने के लिए बनाई गई शौर्य दीवार का अनावरण किया।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने विज्ञान दिवस कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विविधता से परिपूर्ण हमारे देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। ज्ञान-विज्ञान का बेहतर इस्तेमाल कर हमारे देश में कृषि के क्षेत्र में हरित क्रांति आई है। आज देश ने ज्ञान-विज्ञान, तकनीक और कौशल के बूते अनेक क्षेत्रों में काफी प्रगति की है। उत्तराखंड राज्य ने भी तकनीकी क्षेत्र में काफी उन्नति की है और राज्य में अनेक महत्वपूर्ण तकनीकी संस्थान सफलतापूर्वक संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि नई तकनीकों एवं कौशल से लैस होकर अपने ज्ञान का उपयोग समाज व देश के हित में करने के साथ ही तकनीक के गलत इस्तेमाल को रोकने में भी सक्रिय भूमिका निभाएं। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के इस दौर में निरन्तर अपडेटेड रहना जरूरी है। मंत्री उनियाल ने कहा कि वर्तमान में दुनिया ग्लोबल वार्मिंग से जूझ रही है और हर साल दुनियाभर में ग्लेशियर निरन्तर कम हो रहे हैं। गंगोत्री ग्लेशियर भी हर साल पीछे खिसक रहा है। दुनिया व मानवता के सम्मुख आसन्न इस तरह के तमाम संकटों व चुनौतियों का समाधान तलाशने के लिए प्रभावी प्रयास करने होंगे। पृथ्वी का तापमान नियंत्रित हो सके इसके लिए अधिकाधिक वृक्षारोपण करने के साथ ही हमें अपने जंगलों को भी बचाना अति आवश्यक है। वनाग्नि के कारण वन संपदा व जैव विविधता को बड़े पैमाने पर हो रहे नुकसान का उल्लेख करते हुए श्री उनियाल ने कहा कि इस समस्या के प्रभावी समाधान तलाशने के लिए नई तकनीकों की खोज को बढावा दिया जाना जरूरी है। इसके लिए तकनीकी संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

कार्यक्रम में विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि लंबी प्रतीक्षा के बाद प्रोद्योगिकी संस्थान बौन का वर्ष 2023 से नियमित संचालन शुरू हुआ है। उन्होंने विधायक निधि से संस्थान को एक बस देने की घोषणा करते हुए कहा कि इस महत्वपूर्ण संस्थान को बेहर ढंग से संचालित किए जाने हेतु हर संभव सहयोग दिया जाएगा।  चौहान ने कहा कि इस तरह के संस्थान खुलने से क्षेत्र में बेहतर शिक्षा व रोजगार के अवसर सृजित होते हैं। उन्होंने इस संस्थान के निर्माण हेतु जमीन देने वाले किसानों को रोजगार में प्राथमिकता दिए जाने की जरूरत बताई। विज्ञान दिवस के उपलक्ष में विभिन्न तकनीकी संस्थानों के छात्रों की निबंध, चित्रकला, साइंस प्रोजेक्ट आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। इन प्रतियोगिताओं में विजेता छात्रों को कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया

कार्यक्रम में वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) ओंकार सिंह, प्रोद्योगिकी संस्थान बौन के प्रभारी निदेशक प्रो. एच.एस. भदौरिया, डीएफओ उत्तरकाशी डीपी बलूनी, डीएफओ टिहरी डैम वन प्रभाग साक्षी रावत, डीएफओ भूमि संरक्षण वन प्रभाग गंगा बुडलाकोटी, उप जिलाधिकारी डुंडा देवानंद शर्मा भी उपस्थित रहे।

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