मुख्यमंत्री पद से खट्टर का इस्तीफा, प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी बने हरियाणा के नए सीएम

देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यूं ही राजनीतिक चाणक्य नहीं कहा जाता है। वह राजनीति में जो फैसले लेते, उसकी किसी को भी भनक नहीं रहती है। यहां हम हरियाणा सरकार की कर रहे हैं। कल प्रधानमंत्री मोदी ने एक कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की तारीफ की और सुबह खट्टर ने इस्तीफा दे दिया। अब हरियाणा के नए मुख्यमंत्री प्रदेश अध्यक्ष और सांसद नायब सिंह सैनी बनाये गए हैं। उन्होंने पांच मंत्रियों के साथ पद की शपथ ले ली है। इधर, महज 6 घण्टे से कम समय के भीतर हुए इस बड़े बदलाव से राजनीति गलियारों में खासी हलचल देखी जा रही है। इसके पीछे राजनीतिक विशेषज्ञ अपने अपने तर्क दे रहे हैं। लेकिन इतना जरूर है कि मोदी है तो मुमकिन है।
हरियाणा में जेजेपी और बीजेपी में गठबंधन से सरकार बनी थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। खट्टर सरकार में सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले ऐसा क्या हुआ कि 6 घण्टे के भीतर उलटफेर हो गया। खासकर गत दिवस दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री खट्टर साथ साथ दिखे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने खट्टर की तारीफ भी की गई। लेकिन सुबह होते होते अचानक इस्तीफे की चर्चा शुरू हुई और नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ताजपोशी हो गई। देश के राजनीतिक इतिहास में इतनी जल्दी मुख्यमंत्री हटाये जाने तथा नए मुख्यमंत्री बनाए जाने का यह नायब तरीका युवा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर आजमाया गया। हालांकि इससे पहले विधानसभा चुनाव में जुलाई 2021 में उत्तराखंड में तीरथ सिंह रावत सरकार और गुजरात में विजय रूपनी सरकार पर भी चुनाव से पहले मुख्यमंत्री हटाये जाने का फार्मूला अपनाया गया था। जहां दोनों राज्य में भाजपा को बंपर सीटें मिलीं हैं। हरियाणा में यह बदलाव भी कुछ इसी तरह इशारा कर रहा है कि लोकसभा चुनाव में जेजेपी के बर्चस्व को यह निर्णय ध्वस्त कर भाजपा लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करेगी। बहरहाल, हरियाणा में अचानक हुए इस बदलाव के कई अर्थ राजनीतिक विश्लेषक लगा रहे हैं।