उत्तराखंड में पासपोर्ट के सत्यापन में रिश्वतखोरी कर रहे दरोगा और सिपाही विजिलेंस के हत्थे चढ़े
देहरादून। राज्य विजिलेंस भ्रष्टाचार पर लगातार प्रहार कर रही है। शनिवार को विजिलेंस ने पुलिस विभाग के एक दरोगा और सिपाही को रंगे हाथ रिश्वतखोरी में गिरफ्तार किया है। आरोपी पासपोर्ट सत्यापन की आड़ में रिश्वतखोरी कर रहे थे। पीड़ित की शिकायत पर विजिलेंस ने आरोपी सिपाही और दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है। विजिलेंस ने आरोपियों के घर और दफ्तर पर छापेमारी कर महत्वपूर्ण दस्तावेज और जानकारी एकत्र की है।
एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल के अनुसार दिनांक 20-07-2024 को सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर हल्द्वानी की ट्रैप टीम द्वारा उप निरीक्षक, सौरभ राठी तथा हेड कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह जो अभिसूचना शाखा (L.I.U.) कार्यालय रामनगर, जनपद नैनीताल में तैनात थे। आरोप है कि आरोपियों ने शिकायतकर्ता से उसके पासपोर्ट वेरीफिकेसन की रिपोर्ट लगाने की एवज में रू. 2,000/-उत्कोच ग्रहण करते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। पीड़ित ने बताया कि आरोपी रिश्वत नहीं देना चाहता था। लेकिन आरोपी लगातार उसके सत्यापन को लटका कर परेशान कर रहे थे। इधर, विजिलेंस ने कहा कि यदि कोई राज्य के सरकारी विभागों में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारी एवं लोक सेवक द्वारा लोक कर्तव्य के निर्वहन में अपने आचरण द्वारा या अन्य प्रकार के असम्यक लाभ (पारितोषण) हेतु अवैध मांग या किसी को प्रेरित कराकर रिश्वत (उत्कोच) की मांग की जाती है या उसके द्वारा आय से अधिक अवैध सम्पत्ति अर्जित की गयी हो, तो इस सम्बन्ध में सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हैल्पलाइन नम्बर-1064 एवं Whatsapp नम्बर 9456592300 पर सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में निर्भीक होकर सूचना दें।