Uttarakhandउत्तराखंडजिम्मेदारीदेश-विदेशसम्मान

यूजेवीएनएल के एमडी डॉ. संदीप सिंघल को मिली क्षेत्र संपर्क एंबेसडर की जिम्मेदारी

देहरादून। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के उत्तरी क्षेत्र द्वार यूजीवीएन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल को उत्तराखण्ड क्षेत्रीय एंबेसडर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस दौरान उत्तराखंड उत्पादकता परिषद के सहयोग से यूजेवीएन लिमिटेड के मुख्यालय उज्ज्वल में सार्वजनिक क्षेत्र की परियोजनाओं में कूटनीतिक प्रबंधन तथा कृत्रिम बौद्धिकता के उपयोग पर एक सेमिनार का आयोजन भी  किया गया।

गौरतलब है कि 1969 में स्थापित प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट परियोजना, कार्यक्रम तथा पोर्टफोलियो प्रबन्धन में विश्व की एक अग्रणी गैर-लाभकारी संस्था है। यह संस्थान अपने विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मानकों, प्रमाणपत्रों, संसाधनों, उपकरणों, अकादमिक अनुसंधानों, प्रकाशनों, पेशेवर विकास पाठ्यक्रमों और नेटवर्किंग अवसरों के माध्यम से प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के पेशे को और अधिक परिपक्व बनाने में सहयोग करता है। यूजेवीएनएल में आयोजित सेमिनार का उद्देश्य प्रतिभागियों को सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं के समक्ष आने वाली चुनौतियों से सफलतापूर्वक निबटने तथा परियोजनाओं के प्रबन्धन एवं निष्पादन में कूटनीतिक प्रबन्धन एवं कृत्रिम बौद्धिकता के उपयोग पर प्रतिभागियों को जागरूक करना था। सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में यूजीवीएन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल ने कहा कि नई तकनीकों तथा बेहतरीन कार्य प्रणालियों के प्रयोग से हम परियोजनाओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के साथ ही परियोजना कार्यों के दौरान उत्पन्न हो सकने वाली संभावित समस्याओं का समय से समाधान ढूंढ सकते हैं। उन्होंने कूटनीतिक प्रबन्धन एवं कृत्रिम बौद्धिकता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनकी सहायता से हम परियोजनाओं को कठिन एवं विपरीत परिस्थितियों में भी समय पूर्व पूर्ण करने में सक्षम हो सकते हैं। निगम की 120 मेगाावाट की व्यासी जल विद्वुत परियोजना के निर्माण के दौरान अपनाई गई कुशल प्रबन्धन नीति की चर्चा करतेे हुए उन्होंने कहा कि जब कोविडकाल में विश्वभर में तमाम परियोजनाओं के कार्य रुके हुए थे तब यूजेवीएन लिमिटेड भारत की इकलौती कंपनी थी जिसने परियोजना पर कार्य सुचारु रखते हुए परियोजना को सफलतापूर्वक ऊर्जीकृत किया।

डॉ. सिंघल ने आगे कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में इनकी सहायता से परियोजना परिचालन में दक्षता, विद्युत पारेषण एवं वितरण में सुधार, समय की बचत के साथ-साथ कार्यों की लागत में कमी आदि लाभ भी प्राप्त किए जा सकते हैं। कार्यक्रम में प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के उत्तर भारत के अध्यक्ष जयकुमार ने उद्घाटन संबोधन, पूर्व अध्यक्ष प्रीतम गौतम ने परियोजना प्रबन्धन, प्रशिक्षक पी.के. झा ने जीवन कौशल, सलाहकार मुकुल गुप्ता ने सार्वजनिक क्षेत्र की परियोजनाओं के समक्ष आने वाली चुनौतियों और समाधानों, डॉ. गौरव कुमार चावला ने कृत्रिम बौद्धिकता, ओएनजीसी के सेवानिवृत मुख्य महाप्रबंधक ए.के. सिंह ने कूटनीतिक प्रबन्धन विषय पर विचार रखे। सेमीनार में यूजेवीएन लिमिटेड के निदेशक परिचालन विनय मिश्रा, अधिशासी निदेशक पंकज कुलश्रेष्ठ, दिग्विजय सिंह, महाप्रबन्धक विवेक आत्रेय, इन्द्रमोहन करासी, के.के. जायसवाल, संजय पटेल, विमल कुमार के साथ ही उपमहाप्रबन्धक, अधिशासी अभियंता तथा सहायक अभियंता स्तर के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मानव संसाधन विभाग की उपमहाप्रन्धक बबीता कोहली, मनीष इंग्ले, वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी भीम बहादुर के साथ ही राजेश यादव आदि उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button