धार्मिक, सांस्कृतिक और पौराणिक बैकुंठ चतुर्दशी मेले को दे रहे भव्य और दिव्य रूप
देहरादून। उत्तराखंड के श्रीगर गढ़वाल में हर साल मनाए जाने वाला धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पौराणिक मेला इस बार भव्य और दिव्य रूप में मनाया जाएगा। पहली बार नगर निगम बने श्रीनगर गढ़वाल में मेला राजनीतिक हस्तक्षेप से दूर प्रशासनिक अफसरों के हवाले है। ऐसे में मेले का स्वरूप भी कुछ नया दिखने की संभावनाएं है। इसके लिए एमएनए की जिम्मेदारी संभाले महिला पीसीएस अफसर नूपुर वर्मा दिनरात तैयारी में जुटी हैं।
श्रीनगर गढ़वाल का प्रसिद्ध बैकुंठ चतुर्दशी मेले कोविड के चलते कुछ साल स्थगित रहा। इस बीच श्रीनगर को नगर पालिका से नगर निगम का दर्ज भी मिल गया। चुनाव न होने से मेले के आयोजन को लेकर असमंजस की स्थिति थी। लेकिन यहां तैनात अफसरों ने मेले के धार्मिक, ऐतिहासिक और पौराणिक पहिचान को देखते हुए भव्य और दिव्य रूप देकर मनाने का निर्णय लिया है। नगर निगम के प्रशासक जिलाधिकारी पौड़ी डॉ आशीष चौहान ने मेले की जिम्मेदारी सहायक नगर आयुक्त नूपुर वर्मा को सौंपी है। ऐसे में मेले को सकुशल संपन्न कराने की जिम्मेदारी महिला पीसीएस अफसर नूपुर वर्मा के पास है।महिला अधिकारी नगर आयुक्त एवं एसडीएम श्रीनगर नुपूर वर्मा मेले की भव्यता से मनाये जाने को लेकर पूरी तैयारियों में जुटी है। वहीं डीएम गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान के निर्देशन में नगर आयुक्त मेले की सभी तैयारियों में जुट गयी है। यह मौका पहली बार प्रशासन के पास है तो प्रशासन भी चाहेगा कि मेला भव्य रूप से किया जाए। बता दें कि आगामी 25 नवम्बर से एक दिसम्बर तक चलने वाले मेला भगवान कमलेश्वर महादेव मंदिर से पौराणिक बैकुंठ चतुर्दशी मेले की शुरुआत होगी।
कैबिनेट मंत्री ले रहे मेले की फीडबैक
मेले को भव्य बनाये जाने हेतु लगातार प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं श्रीनगर विधायक डॉ. धन सिंह रावत भी तैयारियों की लगातार फीडबैक ले रहे है। खुद वह श्रीनगर पहुंचकर अधिकारियों के साथ ही आम लोगों के साथ बैठक लेकर मेले की तैयारियों में जुटे है। भगवान कमलेश्वर महादेव मंदिर से शुरु होने वाले बैकुंठ चतुर्दशी पर्व की तैयारियों को लेकर मंदिर को संजाने एवं संवारने का कार्य किया जा रहा है। तीन साल बाद बैकुंठ चतुर्दशी मेला शुरु होने जा रहा है। इसके लिए आवास विकास के मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही लोगों के लिए मंनोरंजन के साधन एवं दुकानें लगायी जायेगी। मेले में इस बार भीड़ जुटने की आशंका को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी पार्किंग से लेकर तमाम व्यवस्थाएं बनाने के लिए जुटा है। इधर एसडीएम एवं नगर आयुक्त नुपूर वर्मा ने बताया कि बैकुंठ चतुर्दशी मेले की सभी तैयारियां की जा रही है। मेले में सभी को जिम्मेदारियां बांटी गई, जिम्मेदारियों के हिसाब से सभी तैयारियों में जुटे है। मेला भव्य रूप से संपंन हो इसके लिए सभी की सहभागिता जरूरी है।
मेले में मंहत के हाथों होती खड़े दिये की विशेष पूजा
कमलेश्वर महादेव मंदिर में खड़ा दीया अनुष्ठान की शुरुआत मंदिर के मंहत आशुतोष पुरी महाराज कराते है। जिसमें संतान प्राप्ति के लिए किये जाने वाले अनुष्ठान में महिलाओं के कमर में श्रीफल, पंचमेवा, चावल और जुड़वा नींबू को एक साथ एक कपड़े पर बाधा जाता है। जिसके बाद मंहत सभी दंपत्तियों के हाथ में दीपक रखते हुए पूजा-अर्चना करते है और पूरी रात जलता दीपक हाथ में लेकर दंपत्ति भगवान कमलेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना करते है और सुबह होते ही गंगा स्नान के बाद मंदिर के मंहत आशुतोष पुरी दंपत्तियों को संतान प्राप्ति का आशीवार्द देते है। मान्यता है इस अनुष्ठान करने से आज कई घरों में बच्चों की किलकारियां गूंजी है। इस आस्था और विश्वास के बाद आज देश के विभिन्न प्रांतों से निसंतान दंपत्तियां उक्त अनुष्ठान के लिए यहां पहुंचते है। इसके साथ ही लोग यहां सुख-समृद्धि के लिए कमलेश्वर महादेव के दर्शन करने के साथ ही बत्ती चढ़ाते है। मंदिर के मंहत आशुतोष पूरी महाराज ने बताया कि भगवान कमलेश्वर मंदिर में खड़ा दीया अनुष्ठान के लिए अभी तक 180 दंपत्तियां ने पंजीकरण करा दिया है। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से पंजीकरण कराया है। 25 नवम्बर को सांय पांच बजे बाद से खड़े दिये की रश्म शुरु की जायेगी। जबकि मंदिर को संजाने का कार्य भी शुरु हो गया है। अलकनंदा तट के समीप महिलाओं के स्नान के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। साथ ही वहां पर राफ्ट कर्मी भी मौजूद रहेगे। बैकुंठ चतुदर्शी पर्व की तैयारियों को लेकर मंदिर पुजारी वर्ग भी जुटा है।
श्रीनगर को संवार रहा नगर निगम
श्रीनगर नगर निगम के पास जहां बैकुंठ चतुर्दशी मेले की तैयारियां है वहीं शहर के विकास की योजनाओं को भी धरातल पर उतारना प्रमुख कार्य है। नगर निगम आयुक्त नुपूर वर्मा के पदभार ग्रहण करते ही शहर में विकास कार्यो को गति मिल रही है, विगत दो सालों से सड़कों पर पड़े गड्डे जहां उनके आते ही भर गये गये। जबकि जनता की हरके समस्याएं त्वरित गति से हल हो रही है। निगम ने पहली बार विशेष पहल करते हुए कूड़े वाहनों पर जीपीएस लगाया गया है। ताकि कोई कूड़ा वाहन कार्य में लापरवाही ना बरते साथ ही भ्रष्टाचार पर लगाम लग सकेगी। कूड़े के स्थान पर चार दीवारी का निर्माण किया जायेगा, ताकि कूड़ा बिखरा ना मिले। शहर में बेसहारा गायों के लिए गौशाला की सुविधा सहित तमाम व्यवस्थाएं की जा रही है। उन्होंने कहा कि शहर में बड़ी मात्रा में आवारा कुत्तों से निजात दिलाने के लिए नगर निगम जल्द डॉग पाउंड बनाने जा रहा है। इसके लिए जगह भी चिन्हित कर दी गई है। शहर में बड़े कूड़ेदान से लेकर लाइट के टेंडर हो चुके है। इससे शहर में कूड़ेदान की व्यवस्था होने कूड़ा सड़क पर नहीं बिखरेगा जबकि लाइट लगने से शहर की सुंदरता और जगमगायेगी। गंगा दर्शन पार्क पर सेल्फी प्वाइंट में आई लव श्रीनगर का निर्माण किया जा रहा है। शहर के एजेंसी मौहल्ले, श्रीकोट, शहीदी पार्क, गंगा दर्शन एवं गंगा वाटिका पांच पार्क को विकसित किया गया है। शहर में 27 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये है, जिसमें 25 एनएच तथा दो घाटों पर लगाये गये है। पर्यावरण मित्रों के स्वास्थ्य चेकअप हेतु मेडिकल कैंप, कार्मिको को हर माह हीरो ऑफ द मंथ का पुरस्कार दिया जा रहा है। शहर को पॉलीथीन मुक्त बनाने के लिए जूट के थैलों का वितरण किया जा रहा है। नगर आयुक्त ने शहर के सफाई अभियान में स्थानीय लोगों का सहयोग देने पर आभार जताया गया।
जैविक खाद बनाने पर सम्मान
नगर आयुक्त नुपूर वर्मा ने बताया कि स्वच्छता पाठशाला के दौरान शहर के 20 स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किये गये थे, जिसमें कूड़े से जैविक खाद बनाने का प्रशिक्षण दिया था, प्रशिक्षण के बाद नगर निगम निरीक्षण पर पहुंचेगा। जिस विद्यालय से बेहतर जैविक खाद बनायी हो, उसे बैकुंठ चतुर्दशी पर सम्मानित किया जायेगा।