उत्तराखंड में शिक्षा की गुणवत्ता को ऑनलाइन मॉनिटरिंग, एक क्लिक पर मिलेगी स्टूडेंट की उपलब्धि

देहरादून। उत्तराखंड के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का अकादमिक विवरण अब एजुकेशन पोर्टल पर ऑनलाइन रहेगा। डीजी एजुकेशन बंशीधर तिवारी ने पोर्टल का विधिवत उद्घाटन कर दिया है। अब एक क्लिक पर हर स्कूल और छात्र-छात्राओं की अकादमिक प्रगति ऑनलाइन दिखेगी। छात्र-छात्राओं की प्रगति रिपोर्ट देखने के बाद स्कूल के शिक्षकों और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। डीजी ने सभी जिलों को छात्र छात्राओं का जुलाई से नवम्बर का पूरा विवरण समय रहते अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। इस मामले लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राज्य में विद्यालयी शिक्षा ने छात्र-छात्राओं के लिए एजुकेशन पोर्टल पर मासिक परीक्षा का नया सॉफ्टवेर तैयार किया है। इस पोर्टल का आज बुधवार को शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने विधिवत उद्घाटन किया है। महानिदेशक ने कहा कि हर स्कूल और छात्र की अकादमिक उपलब्धि अब ऑनलाइन रहेगी। इससे हर स्कूल और बच्चे की मॉनिटरिंग आसानी से की जा सकेगी। यह सॉफ्टवेर प्रत्येक छात्र-छात्रा की अकादमिक उपलब्धि को एक क्लिक पर कहीं से भी ट्रैक करेगा। इसका लाभ यह भी होगा कि छात्र-छात्राओं की प्रगति के आधार पर शिक्षकों व विभागीय अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जा सकेगी। साथ ही इसके छात्र-छात्राओं की वास्तविक संख्या का भी प्रत्येक माह पता चल सकेगा। कुलमिलाकर राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने में यह पोर्टल मील का पत्थर साबित होगा। डीजी ने कहा कि छात्र-छात्रा की प्रगति के अतिरिक्त शिक्षकों की सीखने-सिखाने की कार्यकुशलता का आकलन भी छात्र छात्राओं के सीखने के प्रतिफल के आधार पर यह सॉफ्टवेर कर सकेगा । इसके अतिरिक्त कक्षावार , विषयवार छात्र-छात्राओं की प्रगति के साथ ही शिक्षकों को मासिक परीक्षा संबंधी विभिन्न प्रपत्रों को भरने से भी छुटकारा मिलेगा। इस सॉफ्टवेर में एक बार छात्र- छात्रा का विवरण भरने के बाद सत्र के अन्य महीनों में केवल अंकों की प्रविष्टि ही करनी होगी, जिससे शिक्षकों का काम का बोझ भी कम होगा। इधर, अपर निदेशक राधाकृष्ण उनियाल ने सभी जिलों को पत्र लिखकर कहा कि विद्यालयी शिक्षा के प्रत्येक छात्र को एजुकेशन पोर्टल पर रजिस्टर करना अनिवार्य कर दिया जाए। उन्होंने जुलाई से नवम्बर तक सभी विवरण ऑनलाईन दर्ज करने के निर्देश दिए। इधर,एनआईसी, सॉफ्टवेर डेवलपर रवि प्रभाकर, पोर्टल प्रभारी मुकेश बहुगुणा, एमआईएस अधिकारी चंद्र मोहन शर्मा व डॉ० अंकित जोशी की टीम ने महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी के निर्देशन में इस सॉफ्टवेर को तैयार करने में अहम भूमिका निभाई है।