नकल माफिया पर सीएम धामी का बड़ा ऐलान बोले – “उत्तराखंड में अब स्थिरता और विकास का दौर”

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में नकल माफिया और भ्रष्टाचारियों के लिए अब कोई जगह नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षाओं की शुचिता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं होगा। “मेहनत करने वाले युवाओं का हक किसी भी हाल में छीनने नहीं दिया जाएगा। जो भी नकल माफिया राज्य की भविष्य गढ़ने वाली पीढ़ी के साथ खिलवाड़ करेगा, वह जेल जाएगा और उसे कड़ी सजा मिलेगी।”
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड का भविष्य युवाओं के हाथों में है और उन्हें सुरक्षित और पारदर्शी वातावरण उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने याद दिलाया कि हाल ही में उत्तराखंड नकल विरोधी अधिनियम लागू किया गया है, जिसके तहत दोषियों को 10 साल तक की सजा और लाखों रुपये तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है। सीएम ने कहा कि इस कानून से परीक्षा माफियाओं की कमर टूट चुकी है और आने वाले समय में राज्य की सभी प्रतियोगी परीक्षाएं पूरी तरह निष्पक्ष होंगी। धामी ने जोर देकर कहा कि उत्तराखंड अब स्थिरता और विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा, “हमने राज्य को भ्रष्टाचार, अव्यवस्था और अनिश्चितता से निकाल कर विकास की ओर ले जाने का संकल्प लिया है। आने वाला समय रोजगार, शिक्षा और पारदर्शिता का होगा। राज्य की छवि अब मेहनती युवाओं और ईमानदार व्यवस्था की होगी।” सीएम ने यह भी बताया कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने, रोजगार के अवसर बढ़ाने और बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाने पर लगातार काम कर रही है।
जनता से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने अपील की कि वे शासन-प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि नया उत्तराखंड जनता की भागीदारी से ही बनेगा।
धामी ने भरोसा जताया कि आने वाले वर्षों में उत्तराखंड न केवल परीक्षा पारदर्शिता बल्कि विकास के क्षेत्र में भी देश का अग्रणी राज्य बनेगा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे कड़ी मेहनत और लगन से अपने सपनों को साकार करें, क्योंकि राज्य सरकार हर कदम पर उनके साथ है।