उत्तराखंड में 18 पीसीएस जल्द बनेंगे आईएएस, इनको मिल सकती डीएम की जिम्मेदारी

देहरादून। उत्तराखंड में पीसीएस 2005 बैच के अधिकारियों के लिए अच्छी खबर है। पीसीएस से आईएएस बनने के लिए आयोजित डीपीसी अब अगस्त में नहीं बल्कि कल 15 जुलाई को होगी। इसके लिए मुख्य सचिव दिल्ली में आयोजित होने वाली डीपीसी की बैठक में भाग लेंगे। डीपीसी के बाद लम्बे समय से आईएएस बनने का इंतजार कर रहे करीब 18 अधिकारियों की मुराद पूरी हो जाएगी।इधर, सूत्रों का कहना है कि प्रमोशन के बाद कुछ अधिकारियों को जनपद में बतौर डीएम की भी कमान दी जा सकती है। इसके लिए शासन स्तर पर होमवर्क चल रहा है।
उत्तराखंड में सीधी भर्ती और प्रमोशन से पीसीएस बने अधिकारियों में लम्बे समय तक वरिष्ठता को लेकर खींचतान रही। मामला कोर्ट तक जाने पर फैसला सीधी भर्ती वालों के पक्ष में आया। इसके बाद राज्य में प्रमोशन कैडर में आईएएस के रिक्त पदों को भरने की उम्मीदें की जा रही थी। लेकिन डीपीसी(विभागीय पदोन्नति समिति) की बैठक में देरी से प्रमोशन लटके हुए थे। पिछले दिनों शासन ने 12 अगस्त को डीपीसी की तारीख तय की थी। लेकिन अब डीओपीटी ने इसी माह यानी कल 15 जुलाई को डीपीसी बुलाई है। बैठक में शामिल होने प्रदेश के मुख्य सचिव दिल्ली पहुंचेंगे। अब डीपीसी की नई तारीख तय होने से पीसीएस अधिकारियो क़ो बड़ी राहत मिली है।
2005 बैच के ये अधिकारी बनेंगे आईएएस
उत्तराखंड में पीसीएस 2005 बैच के टॉपर ललित मोहन रयाल, आनंद श्रीवास्तव, हरीश चंद्र कांडपाल, संजय कुमार, नवनीत पांडे, डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, गिरधारी सिंह रावत, आलोक कुमार पांडेय, बंशीधर तिवारी, रुचि तिवारी, दो पीसीएस अधिकारियों के इस्तीफे के बाद उनके जूनियर झरना कामठान व रवनीत चीमा का भी आईएएस में प्रमोशन होगा। इसके अलावा योगेश तिवारी, योगेंद्र यादव, उमेश नारायण पांडेय, देवकृष्ण तिवारी, उदयराज सिंह, कामेंद्र सिंह को भी आईएएस में प्रमोशन मिलेगा।