उत्तराखंड में दरोगा भर्ती घपले में 12 के खिलाफ मुकदमा दर्ज, विजिलेंस को नकल कर दरोगा बनने वालों की सूची मिली
देहरादून। उत्तराखंड में दरोगा भर्ती में विजिलेंस ने जीबी पंत विश्वविद्यालय के दो अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा नकल माफिया गैंग के हाकाम सिंह रावत, चंदन मनराल समेत 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जल्द कुछ दरोगाओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो सकता है। इधर, विजिलेंस को नकल से दरोगा बनने वालों की सूची मिल गई हैं। जल्द आरोपी दरोगाओं की भी गिरफ्तारी हो सकती है।
उत्तराखंड में 2015 में 339 पदों पर दरोगा भर्ती हुई। इस दौरान बैच के कुछ दरोगा पर नकल करने का आरोप लगा है। नकल कर दरोगा बनने वालों के खिलाफ पहले से जांच की मांग उठ रही है। लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संज्ञान में मामला आते ही जांच के आदेश दिए। शुक्रवार को सरकार ने पूरे मामले में विजिलेंस को मुकदमा दर्ज करने आदेश दिए थे। शनिवार देर रात विजिलेंस हल्द्वानी सेक्टर को आरोपियों की सूची मिल गई। शनिवार को अवकाश के बावजूद विजिलेंस के अधिकारी आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई में जुटे रहे। दोपहर बाद जारी सूची में एसपी विजिलेंस के हल्द्वानी सेक्टर कार्यालय में 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
इनके खिलाफ विजिलेंस ने दर्ज किया मुकदमा
जीबी पंत विश्वविद्यालय के नरेंद्र सिंह जादौन, दिनेश चंद्र जोशी के अलावा नकल माफिया हाकम सिंह, चंदन मनराल, केंद्र पाल, सादिक मूसा, रूपेश जायसवाल, राजेश कुमार चौहान, संजीव कुमार चौहान, राजेश पाल, विपिन बिहारी, नीतीश गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। विजिलेंस सूत्रों का कहना है कि फर्जी तरीके से भर्ती हुए दरोगाओं की सूची भी प्राप्त हो गई है। जल्द कथित नकल कर दरोगाओं बनने वालों के खिलाफ भी मुकदमे की कार्रवाई की जाएगी।