उत्तराखंड में भ्रष्टाचार की नर्सरी पर भाजपा विधायक ने खोला मोर्चा, करोड़ों की योजनाओं को इन्होंने लगाया पलीता
देहरादून। उत्तराखंड में सेब की नर्सरी में करोड़ों की पौध योजना पर भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल ने सवाल खड़े कर दिए हैं। विधायक आज एसडीएम के नेतृत्व में तीन सदस्य जांच टीम के साथ जरमोला(पुरोला) पहुंचे। जहां विधायक ने मिट्टी में रोपे गए कतिथ सेब की नर्सरी की पोल सबके सामने खोला दी। विधायक ने आरोप लगाया कि पेड़ों की टहनी को काटकर जिस तरह से सेब की नर्सरी को रूप दिया गया, वह बड़े भ्रष्टाचार का प्रमाण है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की गई है।
गौरतलब है कि उद्यान महकमे ने राज्य में सेब की बागवानी से बागवानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से उन्नत किस्म की सेब की पौध की नर्सरी जरमोला में तैयार की। यहां से पौध बागवानों को बांटी जानी थी। लेकिन आरोप है कि उद्यान विभाग ने करोड़ों की इस योजना में बड़ी गड़बड़ी की है। इसे लेकर स्थानीय लोगों, बागवानों के साथ ही सत्ताधारी पार्टी भाजपा के पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल ने नर्सरी में पहुंचकर उद्यान विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। विधायक ने इस पूरे मामले में उद्यान विभाग के कुछ उच्च अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में एक जांच कमेटी जरमोला पहुंची और जांच रिपोर्ट तैयार की। आरोप है कि इस जांच टीम ने भी नर्सरी में सबकुछ सही बताते हुए जांच रिपोर्ट सौंपी। लेकिन इस पर विधायक और आक्रोशित हुए। गुस्साए विधायक दुर्गेश्वर आज फिर जरमोला पहुंचे। जहां दोबारा डीएम उत्तरकाशी अभिषेक रोहेला ने दूसरी जांच टीम एसडीएम पुरोला देवानंद शर्मा के नेतृत्व में जरमोला भेजी। जहां पहले से मौजूद विधायक, सेब बागवान एवं ग्रामीणों ने उद्यान विभाग की पोल पट्टी खोल डाली। विधायक ने टीम के सामने ही मिट्टी में रोपे गए सेब की टहनी को उखाड़ते हुए योजना की असलियत सामने ला दी। विधायक ने कहा कि जीरो टॉलरेंस वाली भाजपा सरकार में कुछ भ्रष्ट अफसर सरकार की कल्याणकारी योजना को पलीता लगा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी से मांग की कि पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई न हुई तो वह क्षेत्र की जनता को साथ लेकर आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर जाजमोहन रावत, भगवान रांगड, राजेश रांगड, महावीर राणा, अजीतपाल रावत आदि बागवान मौजूद रहे।